उत्तर प्रदेश के हाथरस में 20 साल की लड़की से गैंगरेप और बर्बरता के मामले में पूरे देश में गुस्सा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि पीएम मोदी ने भी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इस बीच सामने आया है पुलिस ने बुधवार तड़के 3 बजे ही पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। परिवार का कहना है कि वे आखिरी बार बेटी का शव घर ले जाना चाहते थे, पर उन्हें ऐसा नहीं करने दिया गया। अब इस मामले का एक वीडियो सामने आया है। बताया गया है कि जब हाथरस पुलिस लड़की के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रही थी, तब उसके परिवारवालों ने पुलिस को रोकने की भरपूर कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी।

वीडियो में देखा जा सकता है कि परिवारवालों ने पुलिस के सामने गिरकर लड़की का शव अंतिम संस्कार से पहले उनके हवाले करने की मांग की। हालांकि, हाथरस पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। इसमें महिलाओं को एंबुलेंस के ऊपर चढ़कर शव को ले जाने से रोकते तक देखा गया। एक महिला इस दौरान एंबुलेंस के सामने तक बैठ जाती है और छाती पीटते हुए रोते भी देखी जा सकती है। बताया गया है कि यह महिला पीड़िता की मां है।

पीड़िता के पिता-भाई ने डीएम से की शव सौंपने की मांग, नहीं मानी गई: पीड़िता के पिता और भाई ने शव सौंपने के लिए पुलिस से कई बार गुहार लगाई। यहां तक की परिवार ने डीएम से भी अंतिम संस्कार के लिए शव सौंपने की मांग की। उनका कहना था कि बीच रात में अंतिम संस्कार करना उनकी परंपरा का हिस्सा नहीं है, इसलिए सुबह शव उन्हें घर ले जाने दिया जाए। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में उनकी एक नहीं सुनी और कई बार रोके जाने के बाद सुबह 2.30 बजे शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने मानवश्रृंखला बना ली, ताकि कोई भी अंतिम संस्कार को रोक न पाए। साथ ही घरवालों और उनके रिश्तेदारों को घर में ही बंद कर दिया गया था।

विपक्ष का आरोप- मौत के बाद भी सरकार नहीं दे पाई महिला को इज्जत: यूपी पुलिस की तरफ से आधी रात में महिला के अंतिम संस्कार की घटना पर विपक्ष ने गुस्सा जाहिर किया है। नेताओं का आरोप है कि योगी सरकार और पुलिस महिला को मौत के बाद भी उसे इज्जत और अधिकार नहीं दे पाई।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा केस: बता दें कि दो सप्ताह पहले आरोपियों ने पीड़िता पर उस समय हमला किया जब वो खेतों में अपनी मां के साथ काम कर रही थी। इलाज के लिए उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई। मंगलवार-बुधवार की दरमियानी उसका शव एंबुलेंस से हाथरस स्थित गांव में पहुंचा। माना जा रहा है कि आरोपियों को सजा दिलाने के लिए मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी।