Uttar Pradesh (UP) Coronavirus Cases District-Wise, City-Wise: लॉकडाउन के चलते नागपुर में फंसे एक हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को लेकर सोमवार को एक विशेष ट्रेन लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां उनके स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी को उनके संबंधित जिलों में भेज दिया गया। उत्तर पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर से 1,021 श्रमिकों को लेकर स्पेशल श्रमिक एक्सप्रेस करीब साढ़े आठ बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। इन श्रमिकों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुये ट्रेन से उतारा गया। उसके बाद स्टेशन पर ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने बताया कि इन यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिये 44 बसों का इंतजाम किया गया था। इन बसों को पहले ही संक्रमणमुक्त कर दिया गया था। दोपहर 11 बजे सभी श्रमिकों को भोजन एंव पानी के साथ मास्क भी उपलब्ध कराये गये और बाद में इन बसों को गंतव्य की ओर रवाना किया गया। बोस ने बताया कि इस ट्रेन से उतरे यात्रियों को गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज, मुरादाबाद, प्रयागराज और सोनभद्र जिलों की ओर रवाना किया गया।
Coronavirus in India LIVE Updates
इससे पहले गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 17 मई तक बढ़ाए गए देशव्यापी बंद को देखते हुए जिले में पहले से ही लागू धारा 144 की पाबंदियों को भी दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि बंद की अवधि में राजनीतिक,सामाजिक और धार्मिक सभा,विरोध प्रदर्शन और खेल आयोजन नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रतिबंधित रहेंगे।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (कानून व्यवस्था)आशुतोष द्विवेदी ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए केन्द्र सरकार ने बंद 17 मई तक बढ़ा दिया है। गौतमबुद्ध नगर ‘रेड जोन’ में आता है और यहां संक्रमित क्षेत्र भी चिह्नित किए गए हैं। इस दौरान बंद के सारे नियमों का यहां पालन होगा।’’
उन्होंने बताया कि विवाह समारोहों में 50 से अधिक लोगों और अंतिम संस्कार में 20 से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं होगी। इन कार्यक्रमों में भी सामाजिक दूरी के नियम का पालन जरूरी होगा।
इस बीच अधिकारियों ने बताया कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा के विभिन्न कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों के करीब 1200 छात्रों को विशेष बसों के माध्यम से उनके घरों के लिए रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार से प्राप्त निर्देशों के अनुसार गौतम बुद्ध नगर प्रशासन ने लॉकडाउन के कारण फंसे हुए छात्रों को उनके घर भेजने के लिए 51 बसों का इंतजाम किया।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संचालित हाईस्कूल और इंटरमीडियट की यूपी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 47 दिन के बाद मंगलवार से शुरू होगा। कोरोना के खतरे को भांपते हुए केंद्रों पर आने वाले परीक्षकों की पहले थर्मल स्क्रीनिंग कराई जाएगी। उसके बाद उन्हें सेंटर पर प्रवेश दिया जाएगा। मूल्यांकन के लिए सारी तैयारियों को पूरा कर लिया गया।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या सोमवार को 1939 हो गई।प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने से कहा कि कोरोना वायरस के एक्टिव मामले 1939 हैं । अब तक 758 लोगों को पूर्णतया उपचारित होने के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। कुल 64 जिलों से संक्रमण के 2742 मामले सामने आए हैं।
बांग्लादेशी नागरिकों समेत तबलीगी जमात के 15 सदस्यों को यहां एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोपियों में से 12 बांग्लादेश के नागरिक हैं, दो असम के और एक उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का निवासी है। आरोपियों पर विदेशी अधिनियम और महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने के लिए मामला दर्ज किया गया है। आरोपी शामली के भैसानी इस्लामपुर गांव की एक मस्जिद में रह रहे थे और इस संबंध में वे अधिकारियों को संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने संवाददाताओं को बताया कि एक अप्रैल को मस्जिद के भीतर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा था, जिसके बाद उनके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया। आरोपियों को पृथक-वास केंद्र भेज दिया गया था जिसकी अवधि पूरी होने के बाद उन्हें रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने के लिये जारी लॉकडाउन के नियमों में छूट के बाद सोमवार से शर्तों के साथ शराब की दुकानें खुली और खुलने से पहले ही दुकानों पर लंबी लंबी कतारें देखने को मिली । आबकारी विभाग को अनुमान है कि सोमवार को पहले दिन प्रदेश की 26 हजार दुकानों से करीब 100 करोड़ रूपये का राजस्व सरकार को मिलने का अनुमान है । शराब की दुकानों के बाहर लगी लोगो की लंबी लंबी लाइनों पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कटाक्ष करते हुये ट्वीट किया ''भाई साहब कृप्या यह भी बतायें कि पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था तक पहुंचने के लिये क्या इसी लाइन में लगना होगा ?'' यादव ने शराब की दुकान के बाहर लगी लोगो की लंबी कतारों की तस्वीर भी साझा की । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 40 दिन बाद खुलने वाली दुकानों पर लोग समय से काफी पहले ही पहुंच गए थे और राजधानी लखनऊ सहित अन्य शहरों में भी शराब की दुकानों पर खुलने से पहले ही लम्बी कतारें लग गई और इस दौरान कई जगहों पर सामाजिक मेल जोल से दूरी के नियमों की धज्जियां भी उड़ी । उनके अनुसार लोग बड़ी तादाद में शराब की बोतलें खरीद रहे हैं।
लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र में फंसे श्रमिकों को लेकर कुल तीन विशेष रेलगाड़ियां सोमवार को गोरखपुर और लखनऊ पहुंचीं। नागपुर में फंसे एक हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को लेकर एक विशेष ट्रेन लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची जहां स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें उनके संबंधित जिलों में भेज दिया गया। उत्तर पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर से 1,021 श्रमिकों को लेकर स्पेशल श्रमिक एक्सप्रेस करीब साढ़े आठ बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। इन श्रमिकों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुये ट्रेन से उतारा गया। उसके बाद स्टेशन पर ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया ।
बदरीनाथ-केदारनाथ की यात्रा पर जा रहे उत्तर प्रदेश के विधायक अमनमणि त्रिपाठी के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए मुकदमा दर्ज कर लिया है। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून—व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया कि त्रिपाठी और उनके 10 साथियों के खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम और महामारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज की नोएडा के सेक्टर 137 स्थित अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। मरीज मूल रूप से गाजियाबाद के खोड़ा कालोनी का रहने वाला है। नोएडा जिला प्रशासन ने गाजियाबाद जिला प्रशासन को मामले की सूचना दे दी है। जिला निगरानी अधिकारी सुनील दोहरे ने बताया कि गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी का रहने वाला एक व्यक्ति कुछ दिन पहले इलाज के लिए नोएडा के सेक्टर-24 स्थित ईएसआई अस्पताल में भर्ती हुआ था। उन्होंने बताया कि उसकी बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे नोएडा के सेक्टर 137 स्थित फ्लिक्स अस्पताल में रेफर किया गया। वहां पर मरीज का कोविड-19 की जांच के लिए नमूना लिया गया। उन्होंने बताया कि कल रविवार को आई रिपोर्ट में मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुईष इसी बीच मरीज की मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में सोमवार को कोरोना वायरस के तीन नये मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अलीगढ़ विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की वायरल रिसर्च एण्ड डायग्नोस्टिक लैब की रिपोर्ट के अनुसार मथुरा से भेजे गए नमूनों में एक महिला, एक पुरुष तथा एक युवक में संक्रमण की पुष्टि हुई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) शेर सिंह ने बताया, ‘‘सोमवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक वृन्दावन प्रवास कर रहे दो लोगों के नमूनों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से एक व्यक्ति पिछले दिनों विदेश यात्रा से लौटा था।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार को हॉटस्पॉट क्षेत्र के पास ओरछा गेट मुहल्ले में रहने वाले पांच लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही झांसी जिले में मरीजों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है।
देश में लागू लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र में फंसे 2,127 श्रमिकों को लेकर दो विशेष रेलगाड़ियां सोमवार को गोरखपुर पहुंचीं। उपजिलाधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि महाराष्ट्र के भिवंडी से चली पहली रेलगाड़ी 1,145 श्रमिकों को लेकर रविवार देर रात एक बजकर 20 मिनट पर गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। वहीं, दूसरी ट्रेन 982 यात्रियों को लेकर सुबह साढ़े पांच बजे गोरखपुर जंक्शन पर आई।
उत्तर पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर से 1,021 श्रमिकों को लेकर स्पेशल श्रमिक एक्सप्रेस करीब साढ़े आठ बजे लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। इन श्रमिकों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुये ट्रेन से उतारा गया। उसके बाद स्टेशन पर ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
लॉकडाउन के चलते नागपुर में फंसे एक हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को लेकर सोमवार को एक विशेष ट्रेन लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां उनके स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी को उनके संबंधित जिलों में भेज दिया गया। उत्तर पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर से 1,021 श्रमिकों को लेकर स्पेशल श्रमिक एक्सप्रेस करीब साढ़े आठ बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। इन श्रमिकों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुये ट्रेन से उतारा गया। उसके बाद स्टेशन पर ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया । उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने बताया कि इन यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिये 44 बसों का इंतजाम किया गया था। इन बसों को पहले ही संक्रमणमुक्त कर दिया गया था।
कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज की नोएडा के सेक्टर 137 स्थित अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। मरीज मूल रूप से गाजियाबाद के खोड़ा कालोनी का रहने वाला है। नोएडा जिला प्रशासन ने गाजियाबाद जिला प्रशासन को मामले की सूचना दे दी है। जिला निगरानी अधिकारी सुनील दोहरे ने बताया कि गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी का रहने वाला एक व्यक्ति कुछ दिन पहले इलाज के लिए नोएडा के सेक्टर-24 स्थित ईएसआई अस्पताल में भर्ती हुआ था। उन्होंने बताया कि उसकी बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे नोएडा के सेक्टर 137 स्थित फ्लिक्स अस्पताल में रेफर किया गया। वहां पर मरीज का कोविड-19 की जांच के लिए नमूना लिया गया। उन्होंने बताया कि कल रविवार को आई रिपोर्ट में मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुईष इसी बीच मरीज की मौत हो गई।
कोविड—19 के चलते लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश की राजधानी की सुनसान सड़कों पर भूखे घूमने को मजबूर हुए बेजुबान आवारा पशुओं की मदद के लिए अब एनजीओ आगे आ रहे हैं । अमौसी हवाईअड्डे के पास कानपुर रोड पर लखनउ नगर निगम द्वारा संचालित पशु आश्रय स्थल 'कान्हा उपवन' के प्रबंधक एवं पशु मित्र प्रकोष्ठ के प्रभारी यतेन्द्र त्रिवेदी ने 'भाषा' से कहा, ''कम्युनिटी किचेन अक्षय पात्र केवल क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे और अन्य लोगों को ही भोजन नहीं करा रहा है बल्कि बेजुबान आवारा पशुओं की भूख भी शांत कर रहा है ।'' लॉकडाउन के कारण सूनी सड़कों और गलियों में आवारा कुत्तों, गायों एवं वानरों के आक्रामक होने का कारण पूछे जाने पर त्रिवेदी ने बताया कि मुख्य कारण भूख है। त्रिवेदी ने बताया कि नगर निगम हम पशु प्रेमियों की मदद कर रहा है । निगम की मदद से हम रोज 25 से 30 हजार रोटियां आवारा पशुओं को खिला रहे हैं । हमारे सैकडों स्वयंसेवक हैं जो राजधानी के कोने कोने में जाकर भूखे जानवरों को खाना खिलाते हैं ।
अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे फिर से खोलने के क्रम में लॉकडाउन में मिली कुछ रियायतों के बाद सोमवार से प्रदेश में शराब की दुकानें खोली गईं और खुलने से पहले ही दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं। आबकारी विभाग को अनुमान है कि सरकार को सोमवार को पहले दिन प्रदेश की 26 हजार दुकानों से करीब 100 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान है। करीब 40 दिन बाद खुलने वाली दुकानों पर लोग समय से काफी पहले ही पहुंच गए। राजधानी लखनऊ के साथ प्रदेश के अन्य शहरों में भी शराब की दुकानें खुलने से पहले ही उनके बाहर काफी लम्बी कतारें लग गईं। इस दौरान कई जगह पर सामाजिक दूरी की
लॉकडाउन के तीसरे चरण में कुछ रियायतें मिलने के बाद जनपद गौतम बुद्ध नगर में 391 देशी-विदेशी शराब, बीयर और मॉडल शॉप की दुकानें सोमवार से खुल गईं जबकि जनपद में स्थित छह सैन्य कैंटीन को भी खोलने का आदेश दिया गया है। उप-सूचना निदेशक दिनेश गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के तहत जनपद गौतम बुद्ध नगर में सोमवार से देशी-विदेशी शराब की 391 दुकानें खोली जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि 39 थोक दुकानें तथा सेना की छह कैंटीन में स्थित शराब की दुकानों को खोलने का भी आदेश दिया गया है। सूचना निदेशक ने बताया कि सुबह 10 बजे से शाम सात बजे तक ही शराब की दुकानें खुलेंगी। इन दुकानों के भीतर बैठकर शराब पीने की अनुमति होगी। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार से दुकान पर एक समय में पांच से अधिक ग्राहक नहीं होने चाहिए तथा प्रत्येक ग्राहक के बीच दो मीटर की दूरी अनिवार्य रूप से होनी चाहिए।
देश में लागू लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र में फंसे 2,127 श्रमिकों को लेकर दो विशेष रेलगाड़ियां सोमवार को गोरखपुर पहुंचीं। उपजिलाधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि महाराष्ट्र के भिवंडी से चली पहली रेलगाड़ी 1,145 श्रमिकों को लेकर रविवार देर रात एक बजकर 20 मिनट पर गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। वहीं, दूसरी ट्रेन 982 यात्रियों को लेकर सुबह साढ़े पांच बजे गोरखपुर जंक्शन पर आई।
उन्होंने बताया कि इन यात्रियों में से ज्यादातर गोरखपुर की खजनी, बांसगांव और गोला तहसील के रहने वाले हैं। सोगरवाल ने बताया कि जिला प्रशासन तथा रेलवे के अधिकारी इस दौरान मुस्तैद थे और रेलगाड़ियों से आए श्रमिकों एवं कामगारों की थर्मल स्क्रीनिंग तथा दस्तावेजों की जांच के बाद उन्हें बसों के माध्यम से जिले की विभिन्न तहसीलों में उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। इस दौरान रेलवे स्टेशन और बसों के अंदर भी सामाजिक दूरी का पूरा ख्याल रखा गया।
लॉकडाउन के बीच गुजरात के साबरमती से एक स्पेशल ट्रेन (श्रमिकों के लिए) 1200 प्रवासी मजदूरों को लेकर रविवार को कानपुर लौटी। इसी बीच, अहमदाबाद से लगभग 1200 प्रवासी कामगार और छात्र आगरा भी पहुंचे।
गौतमबुद्ध नगर के नोएडा में बाकी जगहों के फंसे लोगों को उनके गृह राज्य/जिला भेजने की तैयारी जोरों पर हैं। डीएम सुहास एलवाई ने इस बारे में बताया था कि यहां फंसे 1200 छात्रों को वापस भेजने के बंदोबस्त के प्रयास जारी हैं।
बकौल डीएम, “Uttar Pradesh Corporation बसें तैयार हैं। छात्रों को मैसेज और फोन कॉल के जरिए आगे की जानकारी मुहैया कराएगी जाएगी।” बता दें कि गौतमबुद्ध नगर में रविवार को कोरोना के आठ और नए केस सामने आए, जिसके बाद जिले में कुल आंकड़ा बढ़कर 167 हो गया है।
Indian Council of Medical Research (ICMR) के मुताबिक, देश में सोमवार सुबह नौ बजे तक कोरोना वायरस के कुल 11,07,233 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सोमवार सुबह नौ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना के कुल केस 42,533 हो चुके हैं, जिसमें 29,453 एक्टिव केस हैं। वहीं, 11,707 लोग सही/डिस्चार्ज/माइग्रेट हो चुके हैं, जबकि 1373 लोगों की जान इस संक्रमण के कारण जा चुकी है।
गौतमबुद्ध नगर में लॉकडाउन के बीच फंसे छात्रों को भेजने के लिए बंदोबस्त कर लिए गए हैं। डीएम सुहास एलवाई के मुताबिक, प्रदेश सरकार के निर्देश पर लाक्डाउन में फंसे छात्रों को घर भेजने के लिए निम्न लिंक https://tinyurl.com/GBN-Student-Migration बनाया गया है। इस लिंक पर डिटेल देने के बाद स्टूडेंट्स को ईमेल/SMS के माध्यम से जल्द से जल्द संपर्क किया जाएगा।