UP BJP District Presidents List: उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रदेश ईकाई आज नए जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान करेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी दोपहर दो बजे के करीब नए जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा कर सकती है। ऐसे में 80-85 जिलाध्यक्षों के नाम सामने आ सकते हैं। पार्टी में लंबे समय से जिलाध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। जिसका इंतजार अब कुछ ही देर में खत्म हो जाएगा। हालांकि ये भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती भी है।

भारतीय जनता पार्टी इस बार प्रदेश स्तर पर नहीं, बल्कि जिला स्तर पर इसकी घोषणा करेगी। हर जिले में पार्टी के जिला चुनाव अधिकारी जाएंगे जो नए जिलाध्यक्ष का नाम बताएंगे, ताकि किसी तरह के विरोध का सामना न करना पड़े। जिलाध्यक्षों के चुनाव के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के नाम का भी जल्दी ही ऐलान किया जाएगा।

भाजपा ने नए जिलाध्यक्षों की लिस्ट से उन लोगों को बाहर कर दिया है जो दो बार इस कुर्सी पर रह चुके हैं या फिर फिर जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। पार्टी ने इस बार में 45 साल से 60 साल की उम्र के लोगों को ज़िलाध्यक्ष बनने का मौका दिया है। इसके साथ ही लिस्ट में जातीय समीकरण और तमाम वर्गों की भागीदारी को प्रतिनिधित्व देने पर भी ज़ोर दिया गया है। पार्टी ऐसे नेताओं पर दांव लगाएगी जो पार्टी से जुड़ी तमाम गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं।

बीजेपी ने संगठनात्मक दृष्टि से यूपी को 98 जिलों में बांटा हुआ है। इन सभी जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति होनी है, लेकिन इनमें से आज 80-85 सीटों पर ही नाम का ऐलान किया गया है। पार्टी ने इस बार दलित और ओबीसी वर्ग के नेताओं पर भी पूरा फ़ोकस किया है। ऐसे में इस लिस्ट में इस समीकरण के नेता भी देखने को मिल सकते हैं। हालांकि बाकी सीटों पर अब भी आपसी गुटबाजी की वजह से फैसला लेना मुश्किल हो रहा है।

भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने नामों की घोषणा के लिए जिलों में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसमें उन्होंने कहा है कि लखनऊ व गाजियाबाद को छोड़कर सभी जिलों में नामों की घोषणा के लिए दोपहर दो बजे बैठक होगी।

इन बैठकों में जिले के सभी पदाधिकारी, वरिष्ठ मोर्चा पदाधिकारी, जिले में रहने वाले राष्ट्रीय, प्रदेश व क्षेत्र के पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष व जिला प्रतिनिधी उपस्थित रहेंगे। मंच पर पर्यवेक्षक, जिला चुनाव अधिकारी, वरिष्ठ पदाधिकारी और मंत्रीगण रहेंगे। वर्तमान और निवर्तमान जिला अध्यक्षों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। डॉ. पांडेय ने निर्देश दिए हैं कि मौजूदा और पूर्व अध्यक्षों की उपस्थिति में ही नामों की घोषणा की जाए। नए अध्यक्ष का स्वागत स्वस्थ माहौल में किया जाए।

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बता दें, जिला व महानगर अध्यक्षों के नामों की घोषणा जिलों में ही करने का यह प्रयोग भाजपा ने पहली बार किया है। इससे पहले नये अध्यक्षों के नामों की सूची जारी होती थी। जिला व महानगर अध्यक्ष के नामों की घोषणा के लिए बैठक भले ही दो बजे से है लेकिन जिला व महानगर अध्यक्ष जो बनाए जा रहे हैं उनके पास पहले ही फोन चला जाएगा। प्रदेश में भाजपा के 98 संगठनात्मक जिले हैं। बताया जाता है कि अध्यक्ष के नाम पर सहमति नहीं बन पाने की वजह कुछ जिलों के जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष की घोषणा बाद में हो सकती है।

डेढ़ वर्ष पहले ही 17 में से 13 जिलाध्यक्षों को बदला गया

जानकारी के लिए बता दें, पूरे कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में डेढ़ वर्ष पहले ही 17 में से 13 जिलाध्यक्षों को बदला गया था। कानपुर में तो तीनों ही जिलाध्यक्ष बदल दिए गए थे। उत्तर में सुनील बजाज की जगह दीपू पांडेय, दक्षिण में वीना आर्या की जगह शिवराम सिंह और ग्रामीण में कृष्ण मुरारी की जगह दिनेश कुशवाहा को लाया गया था। इसके बाद इन्हें लोकसभा चुनाव में उतरना पड़ा था।

हालांकि, पूरे प्रदेश में परिणाम बहुत अच्छे नहीं रहे, लेकिन यहां पार्टी ने कानपुर और अकबरपुर दोनों ही संसदीय सीटें जीत लीं। चुनाव के बाद ही संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जिसमें पहले सदस्यता अभियान चलाया गया। इसके बाद बूथ व मंडल के चुनाव कराए गए। उत्तर जिले को तो इसी बीच सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव भी देखना पड़ा। इन तीनों जिलों के अध्यक्षों को अभी डेढ़ वर्ष से कुछ अधिक का ही समय हुआ है, लेकिन इनके ऊपर हटाए जाने की तलवार लटक रही है।

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