UP Asad Encounter: उत्तर प्रदेश का माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम के (गुरुवार-13 अप्रैल, 2023) एनकाउंटर में मारे जाने के बाद राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने सवाल खड़े किए हैं। दोनों पार्टियों ने मुठभेड़ की निंदा की और उत्तर प्रदेश में हाल में हुई सभी मुठभेड़ों की जांच की मांग की। वहीं यूपी सरकार ने कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा पर “फेक एनकाउंटर करके वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश करने” का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा को देश की अदालतों पर विश्वास नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘फर्जी एनकाउंटर कर भाजपा सरकार असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी को कोर्ट पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। गुरुवार की और हाल की अन्य मुठभेड़ों की भी गहनता से जांच होनी चाहिए और दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। सरकार को यह तय करने का अधिकार नहीं है कि क्या सही है और क्या गलत है।” अखिलेश ने भाजपा पर सद्भाव और भाईचारे के खिलाफ होने का आरोप लगाया।
‘फिल्मी डायलॉग बोलने वालों का संविधान में विश्वास नहीं’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा में बोली गई उनकी टिप्पणी “माफिया को मिट्टी में मिला देंगे” पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के “फिल्मी डायलॉग” बोलने वालों का संविधान में कोई विश्वास नहीं है। उन्होंने मध्य प्रदेश के खरगोन में दावा किया, “राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने यूपी सरकार को (मुठभेड़ जैसी पुलिस कार्रवाई को लेकर) सबसे ज्यादा नोटिस दिए हैं। देश में हिरासत में सबसे अधिक मौतें उत्तर प्रदेश में होती हैं।”
मायावती ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
अखिलेश के बयान के तुरंत बाद बसपा प्रमुख मायावती ने भी उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुई मुठभेड़ों की “उच्च स्तरीय जांच” की मांग की। मायावती ने दो साल पहले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने का जिक्र करते कहा, ‘आज अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की पुलिस मुठभेड़ में हत्या के बाद कई तरह की चर्चा हो रही है। लोगों को लग रहा है कि विकास दुबे कांड दोबारा होने की उनकी आशंका सच हो गई है। इसलिए उच्च स्तरीय जांच जरूरी है, ताकि घटना के पूरे तथ्य और सच्चाई जनता के सामने आ सके।”
कानपुर का गैंगस्टर विकास दुबे 2020 में मारा गया था, जब उसे मध्य प्रदेश से ला रही यूपी पुलिस की गाड़ी पलट गई थी। अधिकारियों ने तब कहा था कि उसने एक पुलिसकर्मी से बंदूक छीनकर भागने की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया।
