तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद शांतनु सेन ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। कहा है कि अगर बीच-बचाव के लिए सांसद न आते तो वह उन पर हाथ उठा सकते थे।

बंगाल सीएम ममता बनर्जी की पार्टी के सांसद ने मीडिया को बताया, “पुरी ने मुझे बुलाया था। उन्होंने जिस वक्त बुलाया था, तब उनके हाव-भाव बुरे थे। फिर भी मैं उनके पास गया। फिर मैंने सोचा भी था कि मंत्री ने नाते वह मुझे धमकाएंगे। उन्होंने मेरे ऊपर अंगुली दिखाकर मुझे धमकाया।” सेन का आरोप है, ‘‘केंद्रीय मंत्री ने मेरे साथ बदलसलूकी की। वह मुझसे मारपीट करने ही वाले थे कि मेरे अन्य सहयोगी मेरे बचाव में आ गए।’’

हालांकि, बाद में कुछ पत्रकारों ने जब इस बारे में पुरी से सवाल दागा तो उन्होंने बताया, “मैं इस पर बयान नहीं दूंगा। समय की बर्बादी नहीं करूंगा। ऐसा कुछ नहीं हुआ है।”

बता दें कि सेन ने गुरुवार को राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से कागज छीन लिया था। उन्होंने उसके टुकड़े कर हवा में लहरा दिये थे। वैष्णव उस वक्त संसद के उच्च सदन में पेगासस सॉफ्टवेयर से भारतीयों की जासूसी करने संबंधी खबरों और इस मामले में विपक्ष के आरोपों पर सदन में बयान दे रहे थे।

वैसे, बाद में सेन के इस व्यवहार के लिए उन्हें शेष मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया
गौरतलब है कि मीडिया संस्थानों के अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ ने दावा किया है कि केवल सरकारी एजेंसियों को ही बेचे जाने वाले इजराइल के जासूसी सॉफ्टवेयर के जरिए भारत के कुछ रसूखदार लोगों सहित बड़ी संख्या में कारोबारियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के 300 से अधिक मोबाइल नंबर, हो सकता है कि हैक किए गए हों।