Tiranga yatra: देशभर में “हर घर तिरंगा” मुहीम को लेकर लोगों में जोश है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के किसानों ने “म्हारा ट्रैक्टर म्हारा तिरंगा” रैली निकाली। किसान नेता राकेश टिकैत की अगुआई में यह रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। इस दौरान टिकैत ने कहा कि सरकार के दिमाग से ट्रैक्टर और तिरंगे को नहीं निकलने देंगे।
वीडियो में राकेश टिकैत सिर पर नारंगी पगडी, हरा दुपट्टा और सफेद कुर्ता पहनकर ट्रैक्टर चलाते नजर आए। उन्होंने कहा, “देश में ट्रैक्टर पर ये तिरंगा यात्रा चलेगी। सरकार के दिमाग से ट्रैक्टर और तिरंगा नहीं निकलने देना है।”
उन्होंने कहा कि 26 जनवरी, 2021 को दिल्ली में 4 लाख ट्रैक्टर गए थे। यह रिहर्सल है, चलती रहेगी 15 अगस्त और 26 जनवरी को। इससे ट्रैक्टर रवां होते रहेंगे और सरकार भी रवां होती रहेगी।
राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर के सिसौली में ध्वजारोहण भी किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किसान भवन सिसौली पर 120 फीट ऊंचे तिरंगे का ध्वजारोहण किया। मुजफ्फरनगर के विभिन्न इलाकों में सैकड़ों ट्रैक्टरों पर परेड निकाली गई। जीआइसी मैदान से परेड चलकर शहर की विभिन्न सड़कों से होकर गुजरी। इस दौरान ट्रैक्टरों में तिरंगे भी लगाए गए थे।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (15 अगस्त, 2022) को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 9वीं स्पीच दी। आजादी के 75वें साल को केंद्र सरकार ने भव्य तरीके से मनाने के लिए कई आयोजन किए। इसके तहत “हर घर तिरंगा” मुहीम शुरू की गई। इस दौरान तिरंगा यात्रा निकाली गई।
क्या फिर होगा किसान आंदोलन?
राकेश टिकैत केंद्र सरकार से खुश नहीं हैं। उन्होंने सरकार पर किसानों के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। पिछले हफ्ते पश्चिमी यूपी के बिजनौर में किसानों की एक अहम पंचायत का आयोजन किया गया था। इसमें राकेश टिकैत भी शामिल हुए थे, यहां उन्होंने किसानों के साथ वादाखिलाफी का मुद्दा गंभीरता से उठाया। इस दौरान उन्होंने आंदोलन को लेकर संकेत दिए थे। बता दें कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में नवंबर, 2020 से दिसबंर, 2021 तक आंदोलन किया गया था।