CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को रामगढ़ ताल फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम योगी में कहा कि यहां थूक वाली रोटी या हापुड़ वाला जूस के बजाए शुद्ध यहां शुद्ध भोजन मिलेगा।
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर के लोग, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग बाहर काम करते हैं। उनकी भी इच्छा होगी कि उन्हीं के घर में उनको सुविधा प्राप्त हो। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अच्छा है, यहां पर जो मिलेगा…हापुड़ वाला जूस तो नहीं मिलेगा…थूक लगाके रोटियां तो नहीं मिलेंगी…यहां तो शुद्ध भोजन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने यह बात हाल में दुकानदारों द्वारा भोजन परोसने से पहले उस पर थूक लगाना या फलों के रस में मूत्र मिलाने की खबरों का हवाला देते हुए यह बात कही।
बता दें, 12 सितंबर को सहारनपुर जिले में एक भोजनालय में रोटियां बनाते समय एक किशोर द्वारा उन पर थूकने का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद उस भोजनालय के मालिक को गिरफ़्तार कर लिया गया। पिछले हफ़्ते, गाजियाबाद जिले में एक जूस विक्रेता को ग्राहकों को मूत्र मिले फलों के जूस देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वहीं जून में नोएडा में पुलिस ने दो लोगों को उनके थूक से मिला हुआ जूस बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
दो दिन में लाइसेंस बनवाओ वरना जूस बेचने दिल्ली जाओ
वहीं लोनी के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने जूस विक्रेताओं को अल्टीमेटम दिया है। अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, गुर्जर ने कहा कि या तो दो दिन के अंदर खाद्य सुरक्षा विभाग से लाइसेंस बनवाकर शुद्ध तरीके से जूस बेचना शुरू करो या फिर यहां से दुकान बंद करके दिल्ली चले जाओ… यह अल्टीमेटम बृहस्पतिवार को लोनी के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने दिया। जूस की दुकानों पर जाकर विधायक ने कहा, जानकारी मिली है कि कई लोग मानव मूत्र मिलाकर जूस बेच रहे हैं। ऐसे सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी।
विधायक ने बताया कि वह डीएलएफ और राम पार्क कॉलोनी में जूस की दुकानों पर गए थे। चार जूस विक्रेताओं से लाइसेंस के बारे में जानकारी की। उनसे कहा कि बिना लाइसेंस के जूस नहीं बेचने दिया जाएगा। जिनके पास लाइसेंस नहीं है, वे दिल्ली के सीलमपुर या मुस्तफाबाद चले जाएं, वहां जाकर जूस बेचें। लोनी में गरीब लोग रहते हैं, कोई जूस नहीं पीता है।
उन्होंने कहा, लोनी की इंद्रापुरी कॉलोनी में 13 सितंबर को एक जूस विक्रेता आमिर पकड़ा गया। वह जूस में मूत्र मिलाकर बेचता था। यह बहुत ही घृणित मामला है। इससे लोनी का नाम बदनाम हुआ है। किसी और को ऐसा घृणित काम नहीं करने दिया जाएगा। इस घटना के बाद लोगों में गुस्सा नजर आया था। 14 सितंबर को लोगों ने जूस की तीन दुकानें बंद करा दी थीं।
खाद्य सुरक्षा के अफसरों को निर्देश
विधायक ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जूस विक्रेताओं के बगैर लाइसेंस जूस बेचने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। जो लोग दुकान में गंदगी रखते हैं, उन्हें भी नहीं बख्शा जाए। जो दुकानदार जूस में मूत्र मिलाकर बेचते हुए पकड़ा गया, उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
दुकानदार को भेजा गया था जेल
यह मामला 13 सितंबर का है। इंद्रापुरी कॉलोनी में खुशी जूस कार्नर पर कुछ लोगों ने हंगामा किया। उनका कहना था कि जूस विक्रेता आमिर जूस में मूत्र मिलाकर बेचता है। पुलिस ने जांच की तो दुकान में दो केन मिलीं। दोनों में मूत्र था। पूछताछ में आमिर ने कहा कि आसपास शौचालय नहीं होने की वजह से वह केन में ही लघु शंका निवारण करता था, जूस में मूत्र नहीं मिलाया। पुलिस ने केस दर्ज कर आमिर को जेल भेज दिया था।