तेलंगाना के मंचिर्याल जिले में 55 वर्षीय एक आंगनवाड़ी शिक्षिका की एक सरकारी अस्पताल में मौत हो गई। उन्होंने हाल में ही कोविड-19 का टीका लगवाया था। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनकी मौत का संबंध टीका लेने से जुड़ा नहीं है। उनकी मौत शनिवार को निजाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। उन्हें 19 जनवरी को टीके की खुराक दी गई थी।

मंचिर्याल जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एम नीरजा ने बताया, ‘‘ वह उच्च रक्तचाप की मरीज थीं तथा फेफड़े की बीमारी से भी जूझ रही थीं। हमारा मानना है कि उनकी मौत टीका लगने की वजह से नहीं हुई।’’

सुशीला की हालत बिगड़ने पर इस अस्पताल में दो दिन पहले ही भर्ती किया गया था। इसी बीच तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेंद्र ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों को टीके के संबंध में परामर्श देने और उनकी आशंकाओं को दूर करने के लिए एक व्यवस्था बनाई है।

माकपा के RS सदस्य केके रागेश कोरोना संक्रमितः माकपा के राज्यसभा सदस्य के के रागेश कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का जाना-पहचाना चेहरा बन चुके वामपंथी नेता ने फेसबुक पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी।

रागेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि वह नियमित तौर पर कोविड-19 की जांच करा रहे थे और हर बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ रही थी। 27 जनवरी को संसद में जांच के दौरान भी उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी और 29 जनवरी को विपक्ष के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के दौरान भी उनकी जांच में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी।

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, भारत वैक्सीनेशन की संख्या के आधार पर दुनिया में पांचवें स्थान पर है।

देश में उपचाराधीन केसों की संख्या 1.68 लाखः भारत कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए अपने नागरिकों को टीके की खुराक देने के मामले में दुनिया में पांचवे स्थान पर है और इस बीच, देश में उपचाराधीन मामलों की संख्या 1.68 लाख है जो कुल मामलों का 1.57 प्रतिशत है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को यह भी बताया कि 29 जनवरी तक देश में लोगों को टीके की खुराकें देने के मामले में भारत पांचवें स्थान पर है।

मंत्रालय ने बताया कि 31 राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों में उपचाराधीन मामलों की संख्या 5000 से कम है। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में उपचाराधीन मामलों की संख्या चार है, वहीं दमन और द्वीव तथा दादर और नगर हवेली में छह है। कोविड-19 के 79.69 प्रतिशत उपचाराधीन मामले पांच राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों से हैं। (