लालू प्रसाद यादव, रविवार को तीन साल बाद बिहार की राजधानी पटना पहुंचे, जहां उम्मीद जताई जा रही थी कि राजद सुप्रीमों के आते ही यादव परिवार की तनातनी खत्म हो जाएगी तो वहीं इसके उलट एक बार फिर हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। नाराज तेज प्रताप यादव अपने आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। हालांकि बाद में लालू से उनकी मुलाकात हुई लेकिन वह कार से नीचे नहीं उतरे। पिता के स्वागत के लिए तेज प्रताप से सड़क पर झाड़ू लगाई, पिता का पैर धुलने के लिए दूध का इंतजाम किया था लेकिन लालू यादव द्वारा मना करने के बाद उनके पैर पानी से धुले। फिर अपने कंधे पर रखे गमछे से पैर साफ किए। इस दौरान कार में राबड़ी देवी भी मौजूद थीं लेकिन वह कार से नीचे नहीं उतरीं।
इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि देखिये, मैंने अपने पिता के स्वागत के लिये किस तरह अपने घर को सजाया था, जो मामलों के चलते लंबे समय तक मुझसे दूर रहे। उन्हें उनके विरोधियों ने इन मामलों में फंसाया था।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू यादव के परिवार में उनके दोनों बेटों तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव के बीच वर्चस्व की लड़ाई छिड़ी हुई है। पार्टी से नाराज चल रहे तेज प्रताप यादव ने अपनी राहें अलग कर ली हैं। वहीं तेजस्वी का कद पार्टी में हर दिन बढ़ता जा रहा है। वहीं अगर नेतृत्व की बात करें तो लालू सार्वजनिक तौर पर तेजस्वी की तारीफ कर चुके हैं।
कुछ महीने पहले जेल से रिहा होने वाले प्रसाद के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी और सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती भी आईं। लालू दिल्ली में मीसा के आवास पर रहकर विभिन्न रोगों का इलाज करा रहे थे। प्रसाद जब हवाई अड्डे पर पहुंचे तो उनके समर्थकों ने उनकी तारीफ में ”गरीबों का मसीहा” के नारे लगाए। इस दौरान प्रसाद ने हाथ हिलाकर अपने समर्थकों का अभिवादन किया।
इससे पहले लालू को आखिरी बार सितंबर 2018 में यहां देखा गया था, जिसके बाद वह जमानत की अवधि खत्म होने पर सजा काटने रांची की जेल लौट गए थे। उन्हें अपने बड़े बेटे तेजप्रताप की शादी में शरीक होने के लिये जमानत मिली थी। इसके बाद इलाज के चलते कई बार उनकी जमानत की अवधि बढ़ा दी गई थी। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद सीधे अपने पत्नी के आवास 10 सर्कुलर गए, जहां बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे। हालांकि प्रसाद ने मीडिया से कोई बात नहीं की और सीधे अंदर चले गए।