Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर पर्यटन रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत है और जनवरी, 2022 से अब तक 1.62 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर का दौरा कर चुके हैं, जो आजादी के 75 साल में सबसे ज्यादा है। इस बात की जानकारी गुरुवार (6 अक्टूबर, 2022) को जम्मू-कश्मीर सरकार के सूचना और जनसंपर्क निदेशालय (डीआईपीआर) ने दी है।

पर्यटन ने पुंछ, राजौरी, जम्मू और कश्मीर घाटी सहित जम्मू और कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकतम रोजगार पैदा किया है। पिछले 70 सालों से लोग जम्मू-कश्मीर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की मांग कर रहे थे। इस लोकप्रिय मांग को पूरा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर से शारजाह के लिए सीधी उड़ान सेवा शुरू की। इससे पहले श्रीनगर और जम्मू से भी रात में कोई उड़ान सेवा नहीं थी और प्रधानमंत्री ने दोनों शहरों से रात की उड़ानें भी शुरू की थीं। वहीं 3.65 लाख अमरनाथ यात्रियों सहित रिकॉर्ड तोड़ 20.5 लाख पर्यटकों ने इस साल के पहले आठ महीनों में कश्मीर का दौरा किया।

सरकार द्वारा दी गई इस जानकारी के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। केसारी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘इसके बजाय लद्दाख क्यों नहीं जाते? वे हमारे भारतीय कामगारों को बिना रुके मार रहे हैं! डीआईजी का एक दिन पहले कश्मीरी घरेलू नौकर ने गला काटकर हत्या कर दी थी। वे अनुचित रूप से उच्च कीमत वसूलते हैं और फिर बदले में हमारे देश और हमारे सैनिकों को गाली देते हैं, फिर भी आप उनसे मिलने जाते हैं?

बता दें, जम्मू-कश्मीर (J & K) को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद घाटी (बारामूला) में बुधवार (5 अक्टूबर, 2022) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी पहली सार्वजनिक रैली को संबोधित किया था।इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार में जम्मू कश्मीर में तीन साल के अंदर 56 हजार करोड़ का निवेश हुआ है।

जम्मू कश्मीर में तीन साल में हुआ 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश

उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर में तीन परिवार ने सत्तर साल शासन किया, लेकिन इन तीन परिवारों ने जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए कुछ नहीं किया। शाह ने कहा था कि 70 साल में सिर्फ 15, 000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। जबकि सिर्फ तीन साल के अंदर पीएम मोदी 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश लेकर आए।