बिहार के रोहतास जिले के सासाराम में बम विस्फोट की घटना के बाद अफरातफरी मच गई है। रोहतास पुलिस को शनिवार (1 अप्रैल, 2023) को घटना की जानकारी मिली थी, जिसके बाद फोरेंसिक टीम मामले की जांच कर रही है। इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है और 6 लोग इस विस्फोट में घायल हुए हैं।
घटनास्थल से एक स्कूटी भी बरामद की गई
रोहतास पुलिस ने बताया कि कल एक झोपड़ी में बम विस्फोट की सूचना मिली। यहां से एक स्कूटी भी बरामद की गई है। पुलिस ने बताया कि एफएसएल की टीम घटना की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह कोई सांप्रदायिक घटना नहीं लग रही है। पुलिस ने कहा कि फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जांच भी कर रही है। रोहतास पुलिस ने कहा कि कल रात 9 बजे 6 लोगों के जख्मी होनी की सूचना मिली थी। जांच में पता चला कि विस्फोटक को हैंडल करने के दौरान ये लोग घायल हो गए। सासाराम के डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि घायलों को बीएचयू हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया है। अभी तक विस्फोट के मुख्य कारणों का पता नहीं चल सका है इसलिए पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है।
एक दिन पहले रद्द किया गया था गृहमंत्री अमित शाह का दौरा
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह का रविवार को सांप्रदायिक तनाव के कारण सासाराम में दौरा रद्द कर दिया गया था। इसके बाद भाजपा और जदयू के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए। शाह पटना शहर के एक होटल में ठहरे हुए हैं, जहां उन्होंने देर शाम प्रदेश भाजपा नेताओं से मुलाकात की। एक विज्ञप्ति में कहा गया कि जिस समारोह में शाह एसएसबी के नौ प्रतिष्ठानों को जनता को समर्पित करने और पटना फ्रंटियर के नए भवन के लिए भूमि पूजन करने वाले थे, उसे अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दिया गया है।
रामनवमी पर भड़की थी हिंसा
रामनवमी पर शोभायात्रा के दौरान गुरुवार को सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। गृह मंत्री को एक रोहतास जिले के सासाराम में एक कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन सांप्रदायिक हिंसा के तहत इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था। सासाराम समारोह मौर्य सम्राट अशोक की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाना था। इसे लेकर राज्य में भाजपा और जेडीयू के बीच एक-दूसरे पर खूब आरोप लगाए गए। भाजपा का आरोप है कि अमित शाह के समारोह में बाधा डालने के लिए जानबूझकर धारा 144 लगाई गई। वहीं, नीतीश सरकार ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। वहीं, जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि धारा 144 लगाने का कोई आदेश उनके या संबंधित अनुविभागीय मजिस्ट्रेट द्वारा पारित नहीं किया गया था। उधर, प्रदेश भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक वीडिय क्लिप साझा की, जिसमें पुलिसकर्मियों को आम लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह देते हुए देखा जा सकता है। इस घोषणा के साथ कि धारा 144 लागू कर दी गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि इन पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इस बीच, प्रदेश भाजपा प्रमुख सम्राट चौधरी और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा सहित करीब 30 वरिष्ठ नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित एक ज्ञापन राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर को सौंपा गया। इसमें गृहमंत्री के कार्यक्रम को रद्द होने के लिए प्रशासन की विफलता को जिम्मेदार ठहराया गया है। जद (यू) के प्रवक्ता हिमराज राम ने एक बयान में दावा किया कि शाह का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है क्योंकि भाजपा सासाराम में भीड़ जुटाने में सक्षम नहीं थी।