विधानसभा चुनावों (Assembly Elections 2019) की जंग चरम पर है और कांग्रेस अभी तक लोकसभा चुनाव 2019 में मिली हार से उबरती नहीं दिख रही। पूर्व कानून एवं विदेश मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद (Former External Affairs and Law Minister Salman Khurshid) ने मंगलवार (8 अक्टूबर) को एक बयान दिया। इसमें उन्होंने कहा कि चुनाव में मिली हार पर और जनादेश के संदेश को समझने का यही समय है। उन्होंने कहा कि पार्टी अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई क्योंकि राहुल गांधी पार्टी पार्टी को शून्य में छोड़कर चले गए।
सोनिया को अस्थायी कमान से खुश नहीं खुर्शीदः सोनिया गांधी को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने पर नाखुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि वो अस्थायी व्यवस्था से खुश नहीं हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘जो भी हमारा नेता हो, मैं चाहता हूं कि वो टिका रहे।’ हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी चुनावी जंग के लिए तैयार है। हरियाणा में पार्टी में पड़ी फूट पर उन्होंने कहा, ‘इस तरह की समस्याओं से सभी को जूझना पड़ता है। समय कम है, इनसे निपटा जाना चाहिए।’
‘दुर्भाग्य से हमने नेता को खो दिया’: राहुल गांधी को लेकर अपने बयान पर उन्होंने कहा, ‘चुनावी निष्कर्ष के लिए आपके पास नेता का होना जरूरी है। दुर्भाग्य से हमने अपने नेता को खो दिया। हमारी समस्या यह है कि वो चले गए लेकिन अभी भी समर्पित हैं। यह अद्भुत बात है। मेरी इच्छा है कि वो नेता बने रहते। हम सभी उन्हें लीडर के रूप में देखना चाहते हैं। यह बड़ी बात है। मैं लोगों को बुलाकर नहीं कह सकता कि आओ विश्लेषण करें। यह नेता ही कर सकता है। मुझे उम्मीद है कि चुनाव के बाद हम इस मसले को सुलझा पाएं।’
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हार पर मंथन जितना जल्दी, उतना बेहतरः खुर्शीद ने कहा कि चुनाव परिणामों का विश्लेषण जितना जल्दी हो जाए उतना बेहतर है, क्योंकि इसी से हमें मैसेज मिलेगा। हमने बेहतरीन घोषणापत्र बनाया था, लेकिन इसे लोगों तक पहुंचा नहीं पाए।