मध्य प्रदेश के रीवा के एक रिटायर्ड फौजी पिछले डेढ़ महीने से अपने बेटे की मौत का सच जानने के लिए परेशान हैं। कई बार बड़े अफसरों से भी मुलाकात कर गुहार लगाई, पर कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बेटे की हत्या का संदेह जताया है।

रीवा के मनगवां थाना क्षेत्र के ग्राम देवरा फरेदा निवासी नीतिराज सिंह गहरवार का बेटा सूर्यदेव सिंह गहरवार मुंबई के साल्वेंटियों इनोवेशन एलएलपी में नौकरी करता था। कुछ महीने पहले ही कंपनी ने उसको अपने रोड सेफ्टी लाइट पार्किंग के काम में वित्तीय एवं साइड इंचार्ज की जिम्मेदारी के साथ गाजियाबाद भेजा था। वह वहां काम कर रहा था।

इसी बीच 29 जून को घरवालों के पास फोन आया कि सूर्यदेव की तबीयत खराब है। पिता ने दिल्ली में रह रहे भतीजे घनश्याम, भीम और आनंद को वहां भेजा तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। मौके के हालात संदेहजनक थे। उसके हाथ-पैर बंधे थे और कंपनी वालों ने बिना पोस्टमार्टम कराए उसकी लाश रवाना कर दी।

घर वालों ने उसकी हत्या किए जाने का संदेह जताया। मामले में रीवा के आईजी ने गाजियाबाद के एसपी को पत्र भेजा, लेकिन उनके पत्र पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को पिता गाजिबाद के एसपी से मुलाकात की और मौत के रहस्य की जांच कराने की मांग की।

पिता का कहना है कि सब कुछ रहस्यमय होने से कुछ गड़बड़ होने का अंदेशा है। जब तक निष्पक्ष जांच नहीं होगी सच्चाई सामने नहीं आएगी। वह अब तक कई अफसरों से मुलाकात करके गुहार लगा चुके हैं।