रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी चैनल के स्टाफ और कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर किए जाने पर मुंबई पुलिस और मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ हमलावर हैं। इस मामले में उन्होंने प्रदेश की उद्धव ठाकरे सरकार पर भी निशाना साधा है। रिपब्लिक के डिबेट शो ‘पूछता है भारत’ में उन्होंने दावा किया कि मुंबई पुलिस ने चैनल के कर्मचारियों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज की है और उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है।

डिबेट के दौरान इस मुद्दे पर अर्नब की एक पैनलिस्ट से भी तीखी बहस हो गई। दरअसल पैनलिस्ट ने पूछा कि एफआईआर से चैनल और इसके प्रमुख इतना घबरा क्यों रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पत्रकारिता के मूल्यों का लगातार हनन किया जा रहा है। चैनल के पास तब कोई जवाब नहीं होता। उन्होंने कहा कि संवैधानिक, नीतिगत और साक्ष्यों के आधार पर कोई रिपोर्ट दर्ज की जाती है तो उन्हें परेशानी क्यों है।

उन्होंने अर्नब से पूछा कि क्या देश जंगलराज से चलेगा, देश सर्कस से चलेगा? देश संवैधानिक मूल्यों से चलेगा। देश संविधान द्वारा स्थापित शक्तियों से चलेगा। पैनलिस्ट ने आरोप लगाया कि अर्नब गोस्वामी द्वारा व्यक्तिगत एजेंडा चलाया जा रहा है।

पैनलिस्ट की प्रतिक्रिया पर अर्नब गोस्वामी खासे भड़क गए। उन्होंने डिबेट शो में मौजूद पैनलिस्ट पर निशाना साधते हुए कहा, ‘पहली बात ये तो है कि आपके माथे के बाईं तरफ पसीने आना शुरू हो गए हैं। रुमाल उठाकर अपना पसीना पूछ लो। आप कितना चिल्लाओ। आप गए… अब आप गए।’

अपनी बात के बीच में पैनलिस्ट के बोलने पर अर्नब भड़क गए और उन्होंने कहा कि विनोद अब तुम बहुत चिल्ला चुके। अब चिल्लाने की बारी मेरी है। तुम्हारे खिलाफ जन आंदोलन शुरू हो चुका है। अर्नब ने आगे कहा कि अब जनजागरण होगा। मेरे साथ जनतंत्र है। अपने परमबीर सिंह के साथ साजिश की। मगर मेरे साथ जन शक्ति है।

बता दें कि बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत, कंगना रनौत और फिर टीआरपी मामले में अर्नब गोस्वामी और मुंबई पुलिस आमने सामने हैं।