पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को लॉकडाउन को बढ़ाने के पक्ष में बयान दिया। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन बढ़ाना जरूरी है। अमरिंदर ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा कि कोरोना महामारी का फैलना काफी खतरनाक और डराने वाला है। उन्होंने बताया कि पंजाब में लॉकडाउन बढ़ाया जाना है या नहीं, इस पर आज शाम स्टेट कैबिनेट की मीटिंग में फैसला लिया जाएगा।
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अमरिंदर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रेस को संबोधित किया। सीएम ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान किसानों को रबी फसल की कटाई के लिए जिलेवार छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साल राज्य में गेहूं के बंपर उत्पादन का अनुमान है। यह करीब 185 लाख टन रह सकता है। इसलिए हम फसल की कटाई के लिए विशेष इंतजाम कर रहे हैं।
पंजाब सीएम ने कोरोना के खतरे से आगाह करते हुए कहा कि विशेषज्ञों ने इसके फैलने की आशंका जताई है, वह काफी खतरनाक है। सरकार ऐसे किसी हालात से निपटने के लिए भी खुद को तैयार कर रही है। चंडीगढ़ की PGIMER के डिपार्मेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन की रिसर्च का हवाला देते हुए कैप्टन ने कहा कि वायरस सितंबर के मध्य में भयानक रूप ले सकता है और भारत की 58% जनसंख्या और पंजाब और अन्य राज्यों की 87% आबादी पर असर डाल सकता है। डॉक्टरो और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोगों ने जो मुझे आंकड़े दिए हैं, उसके मुताबिक, 80-85 फीसदी भारत संक्रमित हो सकता है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि कोरोना से एक अच्छी चीज यह हुई कि इससे राज्य में ड्रग्स सप्लाई की चेन पूरी तरह टूट गई है। एक सवाल के जवाब में कैप्टन ने कहा कि पंजाब के कुछ स्थानों पर कम्युनिटी ट्रांसमिशन हुआ है। इनमें से 27 मामले दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज में शामिल होकर लौटे तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के हैं।