Parbatta Assembly Election Result 2025: खगड़िया जिले की चर्चित परबत्ता विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला, जिसने पूरे क्षेत्र का राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया। राजद से डॉ. संजीव कुमार सिंह, जन सुराज पार्टी (JSP) से विनय कुमार वरुण और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से बाबूलाल शौर्य मैदान में हैं।
Bihar Assembly Election Results LIVE
परबत्ता बिहार की राजनीति में हमेशा से चर्चा में रहने वाला क्षेत्र रहा है। गंगा किनारे स्थित यह इलाका अपनी उपजाऊ भूमि और कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था के लिए जाना जाता है। खगड़िया, मुंगेर और भागलपुर जैसे शहरों से घिरा यह इलाका ग्रामीण बहुल है, जहां शहरी मतदाताओं की हिस्सेदारी महज 8.47% है। परबत्ता विधानसभा क्षेत्र 1951 में अस्तित्व में आया था और 2008 के परिसीमन के बाद इसमें गोगरी-जमालपुर नगर क्षेत्र सहित कई पंचायतों को शामिल किया गया। यहां कुल मतदाता 3.22 लाख से अधिक हैं, जिनमें लगभग 12% मुस्लिम और 7% अनुसूचित जाति वर्ग के मतदाता हैं।
Bihar Election Commission Result 2025 LIVE
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का हाल
| क्रम संख्या | उम्मीदवार | पार्टी | वोट |
| 1 | डॉ. संजीव कुमार | जेडीयू | 77226 |
| 2 | दिगंबर प्रसाद तिवारी | राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) | 76275 |
| 3 | आदित्य कुमार श्यौर | लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) | 11576 |
राजनीतिक दृष्टि से परबत्ता सीट ने कई बार करवटें ली हैं। अब तक 19 बार हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने यह सीट सात बार जीती, लेकिन 1985 के बाद पार्टी यहां से गायब सी हो गई। जनता दल (यूनाइटेड) ने पांच बार, जबकि राजद और पुराने जनता दल ने दो-दो बार जीत हासिल की है। 2020 के चुनाव में जदयू के डॉ. संजीव कुमार ने राजद के दिगंबर प्रसाद तिवारी को मात्र 951 वोटों के अंतर से हराया था – यह नतीजा बिहार के सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक रहा।
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 का हाल
| क्रम संख्या | उम्मीदवार | पार्टी | वोट |
| 1 | रामानंद प्रसाद सिंह | जेडीयू | 76248 |
| 2 | रामानुज चौधरी | भारतीय जनता पार्टी (BJP) | 47324 |
| 3 | NOTA | NOTA | 5951 |
हाल के वर्षों में यह सीट नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक लड़ाई का केंद्र बन गई है। 2024 के लोकसभा चुनाव में जदयू और लोजपा (रामविलास) के गठबंधन का सीधा असर परबत्ता पर पड़ा, जहां लोजपा (RV) उम्मीदवार को इस विधानसभा क्षेत्र से 33,000 से अधिक वोटों की बढ़त मिली। अब 2025 की जंग में जदयू के लिए इस सीट को बचाए रखना चुनौती भी है और प्रतिष्ठा का सवाल भी। अगर राजद कोई बड़ा उलटफेर नहीं कर पाता, तो परबत्ता में सत्ता की बागडोर एक बार फिर नीतीश खेमे के हाथ में रह सकती है।
