UP Politics: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने रविवार एक बार फिर से एनडीए का दामन थाम लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोटो ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी। अमित शाह ने लिखा, ‘ओपी राजभर से दिल्ली में भेंट हुई और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में आने का निर्णय लिया। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूं।’
एनडीए में शामिल होने के बाद ओपी राजभर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘भाजपा और सुभासपा आए साथ। सामाजिक न्याय देश की रक्षा- सुरक्षा, सुशासन वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों, हर कमजोर वर्ग को सशक्त बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी मिलकर लड़ेगी।’
राजभर ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘मा. गृह मंत्री भारत सरकार अमित शाह से दिल्ली में भेंट हुई और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में शामिल होने का निर्णय लिया। मैं अमित शाह, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जेपी नड्डा को धन्यवाद देता हूं।’
इसके बाद ओम प्रकाश राजभर ने एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए बताया कि आखिर वो एनडीए में शामिल क्यों हुए? राजभर ने कहा कि विपक्षी एकता में कोई दम नहीं है, इसलिए वे एनडीए के साथ आए हैं।
राजभर ने दावा किया कि गठबंधन में शामिल होने के लिए पहल भारतीय जनता पार्टी की तरफ से की गई। उन्होंने कहा कि 18 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेताओं से मुलाकात होगी। उसके बाद सारी बातें स्पष्ट कर दूंगा।
सुभासपा प्रमुख ने इस दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा। ओपी राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी में जल्दी-जल्दी बदलाव हो रहा है तो हमने भी सीख लिया। अखिलेश यादव के PDA ( पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) पर हमलावर होते हुए सुभासपा चीफ ने कहा कि पीडीए में पिछड़ा बचा ही नहीं है। क्योंकि ओपी राजभर, संजय निषाद और अनुप्रिया पटेल उसमें नहीं हैं।
ओपी राजभर ने कहा कि पीडीए में दलित क्यों आएगा? क्या अखिलेश यादव ने कभी प्रमोशन में आरक्षण की वकालत की? अल्पसंख्यक को लेकर सुभासपा नेता ने कहा कि क्या कभी मुस्लिम को सीएम या डिप्टी सीएम बनाया? राजभर ने कहा कि मुसलमान समझ रहा है कि उसका समाजवादी पार्टी में शोषण हो रहा है।
अखिलेश यादव पर हमलावर होते हुए ओपी राजभर ने कहा कि वे हैदराबाद और पश्चिम बंगाल तक जा रहे हैं, लेकिन बगल में बैठे नेताओं से नहीं मिल रहे। राजभर ने आगे कहा कि अखिलेश के बगल में मायावती बैठी हैं, उनसे नहीं मिल रहे है। कांग्रेस से और राजभर से नहीं मिल रहे हैं। राजभर ने पूछा- क्या अखिलेश यादव को हैदराबाद और पश्चिम बंगाल वाले उत्तर प्रदेश में वोट दिलाएंगे।