संसद तक मार्च करने जा रहे किसान नोएडा से दिल्ली की तरफ निकल पड़े हैं। विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर भीषण जाम लगा है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, 130 मीटर एक्सप्रेसवे, दादरी-सूरजपुर-छलेरा मार्ग सहित कई सड़कों पर जाम लगा है। हालांकि पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। इसके बाद किसान चिल्ला बॉर्डर की तरफ बढ़ गए। थोड़ी देर पहले ही किसानों को महामाया फ्लाईओवर के करीब दलित प्रेरणा स्थल पर रोक लिया गया। यहां किसानों का हुजूम उमड़ पड़ा है। इस कारण सड़कों पर भीषण जाम लग गया है।
बता दें कि विरोध के कारण दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर भयंकर जाम लग गया। पुलिस ने पहले ही कई रूट्स डायवर्ट कर दिए थे। वहीं सभी बॉर्डर 24 घंटे के लिए सील कर दिए गए हैं। इस बीच दिल्ली-नोएडा चिल्ला बॉर्ड सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। मौके पर पुलिस फोर्स तैनात है। पुलिस किसानों से बात कर रही है कि वे अपना प्रदर्शन रोक दें। इसके अलावा नोएडा आने वाली गाड़ियों की चेकिंग भी की जा रही है।
रास्ते में फंसे स्कूली बच्चे
भीषण जाम के कारण स्कूली बच्चे रास्ते में फंसे हुए हैं। कई बच्चों को अभिभावक पैदल ही घर ले जा रहे हैं। स्कूल से छुट्टी से बाद बच्चों को घर लौटने में दिक्कत हो रही है। बच्चे दो घंटे देरी से पहुंच रहे हैं। अभिभावक और स्कूल प्रशासन परेशान हैं। बसें सड़कों पर खड़ी हैं और बच्चे बसों में बैठने को मजबूर हैं।
नोएडा ट्रैफ़िक पुलिस चाहकर भी मदद नहीं कर पा रही क्योंकि गाड़ियां फंसी हुई हैं।
प्रदर्शन में शामिल हुए राकेश टिकैत
दरअसल, संसद तक मार्च करने की योजना के तहत हजारों किसानों एकत्र हो गए हैं। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए गुरुवार को दिल्ली से लगे बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। किसान नेता राकेश टिकैत दोपहर में ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शनकारियों के समूह में शामिल हुए, जहां उनके संगठन भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सदस्य स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
नोएडा में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व भारतीय किसान परिषद कर रही है, जिसके कार्यकर्ताओं ने दिसंबर 2023 से स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर शिविर लगा रखा है। किसानों के ‘दिल्ली मार्च’ की घोषणा के बाद नोएडा पुलिस दिल्ली से जुड़ी कई सीमाओं पर सख्ती से जांच कर रही है। जिसकी वजह से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और डीएनडी सहित कई सड़कों पर वाहनों की आवाजाही धीमी हो गई है।
जगह-जगह लगाए गए बैरियर
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली से जुड़ी सभी सीमाओं, किसान चौक और अन्य स्थानों पर बैरियर लगाए जा गए हैं। प्रत्येक वाहन की जांच की जा रही है, जिसके कारण यातायात की गति धीमी हो गई है। अधिकारियों के अनुसार, किसानों के प्रस्तावित मार्च की वजह से कुछ जगहों पर यातायात के मार्ग में परिवर्तन किया गया है, जबकि किसानों से वार्ता कर प्रस्तावित मार्च को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि यातायात को नियंत्रित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारी और अन्य कर्मी विभिन्न स्थानों पर मौजूद हैं। संसद तक मार्च निकालने की योजना के तहत भारतीय किसान परिषद (बीकेपी) के नेतृत्व में किसान बृहस्पतिवार दोपहर साढ़े 12 बजे नोएडा के महामाया फ्लाईओवर पर एकत्र होने लगे।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर पुलिस पहले से ही बुधवार और बृहस्पतिवार के लिए धारा 144 लागू कर चुकी है। पुलिस ने एक यातायात परामार्श जारी कर ट्रैक्टर सवार किसानों के आंदोलन के तहत नोएडा और दिल्ली के कई रूट्स डायवर्ट कर दिए।
इन जगहों पर भी भीषण जाम
दोपहर एक बजे तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, डीएनडी लूप, कालिंदी कुंज पुल, दलित प्रेरणा स्थल के आसपास, अट्टा चौक और नोएडा में रजनीगंधा चौक पर भारी जाम देखा गया। ऐसी ही हालात ग्रेटर नोएडा के परीचौक पर देखा गया।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान दिसंबर, 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहीत अपनी जमीन के बदले अधिक मुआवजे और विकसित जमीन देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।