बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार से तेजी से सुर्खियों में हैं, कारण है उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान एक मुस्लिम महिला का हिजाब अपने हाथों से हटा दिया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसके बाद विपक्षी पार्टियों ने मुख्यमंत्री के दिमागी हालत पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिया कि नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह आचरण महिलाओं के सम्मान के खिलाफ है।

इस वीडियो पर कांग्रेस ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब राज्य का मुख्यमंत्री सार्वजनिक कार्यक्रम में ऐसे व्यवहार करे तो महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या मैसेज जाएगा। कांग्रेस ने इस घटना को लेकर नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र वितरित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत परवीन को पहले नियुक्ति पत्र दिया लेकिन फिर उसे देखने लगे और महिला डॉक्टर से हिजाब के बारे में पूछा ये क्या है जी, महिला डॉक्टर ने जवाब दिया हिजाब है सर। नीतीश कुमार ने कहा हटाइए इसे, फिर जब तक महिला कुछ रिएक्ट करती मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथों से महिला का हिजाब खींच दिया।

इस दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मुख्यमंत्री को रोकने का प्रयास में उनकी आस्तीन खींचते नजर आए। महिला हिजाब हटते ही असहज हो गयी, वही आसपास के लोग हंसते नजर आए। फिर कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने महिला को जाने का इशारा किया और फिर महिला वहां से चली गई।

हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार ने अचानक से कोई ऐसी हरकत की हो। इससे पहले ही नीतीश कुमार ने कई ऐसे विवाद वाले काम किए हैं। आइए सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं इसे…

परेड में डिप्टी सीएम को भी किया शामिल

इससे पहले नीतीश कुमार 13 दिसंबर को बिहार पुलिस एकाडमी राजगीर में 1218 ट्रेनी दरोगा के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। यहां वे डिप्टी सीएम और कुछ मंत्रियों के साथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।

परेड के निरीक्षण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुली जीप में सवार होने वाले थे, जैसे ही वह जीप में सवार की बढ़े, उनकी नजर मंच पर बैठे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और अन्य मंत्रियों पर पड़ी। फिर उन्होंने सम्राट चौधरी को बुलाते हुए कहा कि अरे आप भी आओ भाई… चलो न। इसके बाद सम्राट चौधरी खुली जीप पर सवार हो गये। दरअसल यह वाकया इसलिए चर्चा में आया क्योंकि परंपरा के मुताबिक ऐसे समारोह में मुख्यमंत्री के साथ केवल पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जीप में मौजूद होते हैं।

महिला उम्मीदवार के गले में डाल दी माला

दो अक्टूबर को नीतीश कुमार भाजपा उम्मीदवार रमा निषाद के लिए चुनाव प्रचार करने मुजफ्फरपुर पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपना संबोधन किया और फिर आखिर में रमा निषाद को बुलाया। रमा जैसे ही मुख्यमंत्री के समीप पहुंची उन्होंने (नीतीश कुमार) उनके गले में फूलों की एक माला डाल दी।

अमित शाह के साथ आसन पर नहीं बैठे नीतीश

पिछले अगस्त माह में सीतामढ़ी जिले के पुनौराधाम में मां जानकी मंदिर के पुनर्विकास परियोजना की आधारशिला रखने गृह मंत्री अमित शाह के साथ नीतीश कुमार भी पहुंचे थे। मंच पर जब पूजन प्रक्रिया शुरू हुई तो अमित शाह ने नीतीश कुमार को हाथ पकड़कर नीचे आसन पर बैठने का इशारा किया लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुस्कुराते हुए हाथ पीछे कर लिया और एक कुर्सी पर बैठ गये। इसके अलावा, जब पुजारियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तिलक लगाना चाहा तो उन्होंने अपना सिर पर पीछे कर लिया।

बीच में रुकवा दिया था राष्ट्रगान

वहीं, मार्च माह में पटना के एक कार्यक्रम में राष्ट्रगान शुरू होने वाला था, तो नीतीश ने उसे रुकवा दिया और फिर कहा कि पहले स्टेडियम का चक्कर लगाकर आते हैं फिर ये शुरू कीजिएगा। इसके बाद नीतीश जब स्टेडियम घूमकर आए तब राष्ट्रगान शुरू हुआ। हालांकि जब राष्ट्रगान बजा तो वह हाथ हिलाकर लोगों को अभिवादन करने लगे। यह देख प्रधान सचिव दीपक कुमार उन्हें रोकने की कोशिश करते रहे लेकिन नीतीश कुमार नहीं मानें और पत्रकारों को देखकर प्रणाम करने लगे।

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