Bihar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी और आरएसएस पर हमोला बोला है। उन्होंने आजादी के 75 साल पूरे होने पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि अगर बीजेपी कोई नाम देना ही चाहती थी तो बापू महोत्सव नाम दे सकती थी।
इसके साथ ही उन्होंने आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग पुराने इतिहास को खत्म कर देना चाहते हैं। वहीं, पत्रकारों के साथ बात करते हुए मुख्यमंत्री आरसीपी सिंह का नाम सुनकर भड़क गए और कहा कि उन्हें कहां से कहां पहुंचाया और वो बीजेपी के साथ चले गए।
बीजेपी और RSS पर हमला
नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस पुराने इतिहास को खत्म कर देना चाहते हैं, ताकि आने वाली पीढ़ियों को आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वालों के बारे में पता ना चल सके। उन्होंने कहा कि जो लोग आजादी के 75 साल पूरे होने को अमृत महोत्सव की तरह मना रहे हैं, उनसे पूछिए कि आजादी की लड़ाई में क्या कभी उनका कोई योगदान रहा है। आज आजादी के नाम पर सिर्फ लोगों के बीच अपनी छवि सुधारने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि एक समय वो भी आएगा जब ये लोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी पीछे करने की कोशिश करेंगे। नीतीश ने कहा कि इन्हें आजादी के इस महोत्सव में उन परिवारों के लोगों के लिए भी कुछ करना चाहिए था, जिनके पुरखों ने आजादी की लड़ाई में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में आरएसएस नहीं था और बापू की हत्या भी इसलिए हो गई क्योंकि वह हिंदू मुस्लिमों को एक कर रहे थे।
नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को लेकर भी खूब जमकर बोला। उन्होंने कहा, “आपको ये भी पता नहीं है कि आरसीपी सिंह को किसने राजनीति बताई और कौन राजनीति में लेकर आया। वह एक आईएएस अधिकारी थे, किसने अपना प्राइवेट सेक्रटरी बनाया और कहां से कहां पहुंचा दिया। पार्टी में उनके लिए इतना किया और राजनीति में भी जगह दी। उन्हें अपनी जगह पर पार्टी का अध्यक्ष बना दिया और वह बीजेपी के पास चले गए।”