Chhath Puja 2022 Day 1: छठ पूजा का चार दिवसीय व्रत 28 अक्टूबर से शुरू हो गया। इस त्योहार के पहले दिन को ‘नहाय-खाय’ कहा जाता है। इस दिन श्रद्धालु पवित्र नदी में स्नान कर सात्विक भोजन करते हैं। दिल्ली में इस बार कोरोना काल के बाद पहली बार छठ सार्वजनिक रूप से मनाए जाने के लिए सरकारी घोषणा हुई है। इसके तहत घाटों को तैयार किया जा रहा है। इस बीच यमुना में प्रदूषण का मुद्दा एक बार फिर उठ खड़ा हुआ है। यमुना नदी में प्रदूषण और झाग श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब है। दिल्ली जल बोर्ड झाग हटाने के लिए केमिकल का छिडकाव करा रहा है। इस पर भी राजनीति शुरू हो गई है।
बता दें कि दिल्ली जल बोर्ड दिल्ली सरकार के अधीन है। केमिकल छिड़क कर झाग को हटाने की मुहिम पर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के विरोधी कह रहे हैं कि अरविंंद केजरीवाल सरकार यमुना में जहरीला रसायन छिड़कवा रही है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने गुरुवार को दिल्ली सरकार पर छठ पूजा से पहले यमुना से झाग निकालने के लिए जहरीला रसायन छिड़कने का आरोप लगाया था। आप ने इसे गलत बताया है।
भाजपा नेताओं को विज्ञान-तकनीक की जानकारी ले लेनी चाहिए: भारद्वाज
दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन आप के नेता सौरभ भारद्वाज हैं। उन्होंने बीजेपी के आरोपों पर कहा है कि भाजपा नेताओं को विज्ञान और तकनीक की थोड़ी जानकारी ले लेनी चाहिए। दिल्ली जल बोर्ड ने एक महीने से अधिक समय पहले यमुना में झाग कम करने की तैयारी शुरू कर दी थी ताकि छठ भक्त सूर्य देव की पूजा कर सकें। भारद्वाज ने कहा कि बाद में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) ने भी यमुना में झाग को रोकने के लिए दिल्ली जलबोर्ड द्वारा अपनाए गए समान कदमों की सिफारिश की।
सौरभ भारद्वाज बोले- रसायन का मतलब जहर नहीं
आम आदमी पार्टी के नेता ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि यह कहना बिल्कुल बेवकूफी और गलत है कि यमुना में झाग को दबाने के लिए जहरीले रसायन का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रसायन का मतलब जहर नहीं है। यहां तक कि क्लोरीन और फिटकरी भी जो पानी को साफ करने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं वे भी रसायन हैं। भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली जलबोर्ड अपने ओखला सीवेज परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से ओखला बैराज के डाउनस्ट्रीम मापदंडों की नियमित निगरानी करता है, जो एक आईएसओ और एनएबीएल-मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला है।
भारद्वाज ने कहा ने कहा कि प्रयोगशाला में किए गए ताजा परीक्षणों की रिपोर्ट से पता चलता है कि रसायन के छिड़काव के बाद यमुना के पानी की गुणवत्ता के मानकों में सुधार हुआ है, जो प्रमाणित करता है कि रसायन जहरीला नहीं है और वास्तव में यमुना के पानी की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। भारद्वाज ने भाजपा नेताओं से कहा कि वे अपनी प्रचलित प्रथाओं को छोड़ दें और आगामी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों से संबंधित वास्तविक सवालों के जवाब दें।