कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के पंच गवाह प्रभाकर सैल का शुक्रवार को निधन हो गया। उनके वकील तुषार खंडारे के मुताबिक, प्रभाकर का कल चेंबूर के माहुल इलाके में स्थित घर पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। बता दें कि क्रूज ड्रग केस में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को भी आरोपी बनाया गया था, जिन्हें बाद में जमानत मिल गई थी।
प्रभाकर सैल के वकील तुषार खंडारे ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रभाकर अपने अंतिम समय में घर पर ही थे। ऐसे में उनके परिजनों को इस मौत के पीछे किसी तरह की साजिश की आशंका नहीं है। वकील के द्वारा कहा गया है कि प्रभाकर के परिवार में उनकी मां, पत्नी और दो बच्चे हैं और परिवार अंतिम संस्कार से पहले सैल के भाइयों का गांव से आने का इंतजार कर रहा है।
प्रभाकर सैल ड्रग क्रूज मामले में एक अन्य गवाह केपी गोसावी का निजी सुरक्षा गार्ड थे, जिसमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया था। केपी गोसावी ने आर्यन के साथ अपनी एक तस्वीर भी पोस्ट की थी और यहां तक कि उनका हाथ खींचकर उन्हें एनसीबी कार्यालय ले जाते हुए भी देखा गया था। उस वक्त महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने मामले में गोसावी जैसे एक निजी व्यक्ति को गवाह बनाए जाने का मुद्दा उठाया था।
इस मामले में केपी गोसावी की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। फिर कई दिनों तक फरार रहने के बाद गोसावी को पुणे पुलिस द्वारा एक लंबित मामले में गिरफ्तार किया गया था, जो कि अभी जेल में है। क्रूज ड्रग्स केस में प्रभाकर एक स्वतंत्र गवाह थे, जिन्होंने कहा था कि एनसीबी अधिकारियों ने उनसे लगभग 10 कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवाए थे। साथ ही दावा किया था कि उन्होंने 25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के बारे में फोन पर बातचीत सुनी थी।
गृह मंत्री ने दिए जांच के आदेश: महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि चर्चित क्रूज ड्रग्स मामले के पंच गवाह प्रभाकर सैल की मौत की जांच महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (DGP) करेंगे। गृह मंत्री पाटिल ने कहा, उनकी मौत पर कई लोगों को शक था कि इतना मजबूत और स्वस्थ आदमी अचानक कैसे मर सकता है? आर्यन खान ड्रग मामले में सैल एनसीबी के मुख्य गवाह थे और बाद में उन्हें ‘हॉस्टाइल’ करार दिया गया था।
यह था पूरा मामला: पिछले साल एनसीबी ने मुंबई के तट पर कॉर्डेलिया क्रूज पर छापेमारी के बाद आर्यन खान समेत कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, कई अदालती सुनवाई और 26 दिनों की लंबी हिरासत के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने 28 अक्टूबर को आर्यन को जमानत दे दी।
