कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के तालिबान और आरएसएस की तुलना पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भड़कते नजर आए। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को देशभक्तों के खिलाफ बोलने की आदत है और उन्हें आरएसएस से एलर्जी है।
दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का एक बयान शेयर करते हुए कहा था कि वर्किंग वुमेन पर तालिबान और संघ के विचार एक जैसे हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा- “तालिबान का कहना है कि महिलाएं मंत्री बनने के लायक नहीं हैं। भागवत ने कहा कि महिलाओं को घर पर रहना चाहिए। क्या ये समान विचारधाराएं नहीं हैं?”
कांग्रेस नेता के इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह को आरएसएस से एलर्जी है। उन्होंने कहा- जो राष्ट्रभक्त हैं उनके विरोध में, उनका ट्वीट करना सगल है। उन्होंने कभी रोहिंग्या के खिलाफ ट्वीट किया आजतक, कभी आईएसआई के खिलाफ किया… नहीं, आतंकवादियों के खिलाफ ट्वीट किया…नहीं, शाही इमाम के खिलाफ ट्वीट किया… नहीं, लेकिन संघ प्रमुख के खिलाफ किया। आरएसएस से एलर्जी है इनको। बाकी रोहिंग्याओं से कोई एलर्जी नहीं है”।
दरअसल अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता संभालने के बाद तालिबान ने कहा है कि महिलाएं मंत्री नहीं बन सकती हैं, उन्हें बच्चे पैदा करना चाहिए। इसी को लेकर दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत के उस बयान को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा, जिस बयान में भागवत ने कहा था कि पति-पत्नी के बीच शादी एक समझौता है, पत्नी घर की देखभाल, जबकि पति कामकाज और महिला की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालता है।
दिग्विजय सिंह से पहले बॉलीवुड लेखक जावेद अख्तर भी आरएसएस की तुलना तालिबान से कर चुके हैं। जिसके बाद बीजेपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए थे और जावेद आख्तर से माफी की मांग कर रहे थे। जावेद अख्तर ने कहा था कि तालिबन कट्टर है और उसकी निंदा होनी चाहिए, लेकिन आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल का जो समर्थन करते हैं, वह भी तो वही काम कर रहे हैं। दोनों की सोच, एक-दूसरे का प्रतिबिंब ही तो है। जावेद अख्तर के इस बयान के बाद काफी विवाद हो गया था।