भारत में शुक्रवार को कोविड-19 रोधी टीके की एक करोड़ से अधिक खुराक दी गई जो एक दिन में दी गई खुराक की सर्वाधिक संख्या है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। कोविन वेबसाइट के अनुसार, देश में कोविड रोधी टीकों की 62,17,06,882 से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण अभियान से जुड़े लोगों की सराहना की और टीका लगवाने वालों की भी प्रशंसा की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘आज रिकार्ड टीकाकरण हुआ। एक करोड़ का आंकड़ा पार करना महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है। जो लोग टीके लगवा रहे हैं और जो इस टीकाकरण अभियान को सफल बना रहे हैं उन्हें बधाइयां’।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास। यह वही प्रयास है जिससे देश ने एक दिन में एक करोड़ से अधिक टीके लगाने का आंकड़ा पार कर लिया है। स्वास्थ्यकर्मियों का अथक परिश्रम व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का दृढ़ संकल्प रंग ला रहा है।’ कोविन वेबसाइट के अनुसार, शुक्रवार को टीके की 1,00,64,032 खुराक दी गई।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने कोविड -19 के कोविशील्ड टीके की दो खुराकें लेने के बावजूद 64 वर्षीय एक वकील को अंतिम टीकाकरण प्रमाणपत्र जारी नहीं किए जाने से संबंधित एक याचिका पर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है। न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने दोनों सरकारों और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को नोटिस जारी कर दस दिनों में जवाबी हलफनामा दायर करने को कहा।
अदालत ने 23 अगस्त को अपने आदेश में कहा, ‘‘जवाबी हलफनामा, यदि कोई हो, जो दस दिनों के भीतर दायर किया जाए। उसके बाद एक सप्ताह के भीतर उसका जवाब दाखिल किया जाए। ” विश्वेश्वर श्रीवास्तव ने अपनी याचिका में दलील दी कि अप्रैल में कोविशील्ड की दूसरी खुराक देने के बावजूद उन्हें अभी तक अपना अंतिम टीकाकरण प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हुआ है जबकि शहर से बाहर काम से संबंधित यात्रा की खातिर उनके लिए इसकी तत्काल आवश्यकता है। याचिका में कहा गया है, “याचिकाकर्ता की परेशानी यह है कि टीके की दोनों खुराकें लेने के बावजूद प्रतिवादी नंबर एक की वेबसाइट / पोर्टल पर पर आंशिक रूप से टीकाकरण दिखाया गया है। मामले में अगली सुनवाई 27 सितंबर को होगी।