विधान परिषद सदस्य और यूपी भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी ने सोमवार (30 मई, 2022) को विधान परिषद में अखिलेश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं ध्यान करता हूं, एक समय जब हमारी सरकार नहीं थी। बहनों के डिग्री कॉलेज के बाहर एक वर्ग विशेष के मनचले नौजवान उनके साथ छेड़खानी करते थे, तन से दुपट्टा खींच लेते थे। बाप और भाई बोलता था तो वहीं पीटा जाता था। इसकी सुनवाई पुलिस थाने में भी नहीं होती थी।
बीजेपी नेता ने कहा कि जब से हमारी सरकार आई है, किसी की हैसियत नहीं कि किसी मां-बहन पर तिरछी निगाह डाले। अगर निगाह डाली भी होगी तो महिला पुलिस ने चप्पल-चप्पल ठुकाई भी की होगी। ये अंतर हमारी सरकार लेकर आई है।
प्रांशु ने कहा कि हमारे विपक्ष के लोग कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा की वर्तमान सरकार के बारे में बहुत कुछ कहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार भू-माफिया, खनन माफिया यहां तक कि सभी प्रकार के माफियाओं पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जिस दल से जुड़े रहते हैं, स्वाभाविक है उनको कष्ट होगा।
रोजगार को लेकर प्रांशु ने पूर्व की सपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि युवा नौकरी के विषय में चाहता है कि जो भी भर्तियां हों, वो पारदर्शी तरीके से हों। उन्होंने कहा कि पहले नौकरी के नाम पर झोला लेकर एक परिवार विशेष के लोग निकल पड़ते थे। पूरे प्रदेश में वसूली होती थी। नौकरी दी भी जाती थी तो जाति देखकर दी जाती थी। ईमानदारी से नौकरी किसी को नहीं मिलती थी। उन्होंने कहा कि साढ़े चार लाख नौकरियां हमारी सरकार ने बिल्कुल पारदर्शी तरीक से दी।
स्वच्छ भारत मिशन का जिक्र करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि भारत सरकार के इस मिशन के अंतर्गत 2 करोड़ 61 लाख शौचालय का निर्माण यूपी के योगी सरकार ने किया है। जो देश में पहले स्थान पर है। द्विवेदी ने कहा कि कहने के लिए शौचालय बहुत छोटी चीज है। उन्होंने अपने गांव का जिक्र किया। कहा कि मेरा गांव अमृतपुर, जिला फर्रुखाबाद में पड़ता है, जो गंगा और रामगंगा के बीच स्थिति है। जब बाढ़ आती है तो ये दोनों नदियां विकराल रूप लेती हैं और दोनों एक हो जाती हैं।
प्राशुं दत्त द्विवेदी ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में जब एक समय था, शौचालय नहीं हुआ करते थे, तब हमारी गांव की माताओं और बहनों को हाइवे के किनारे शौच के लिए जाना पड़ता था। बस-ट्रक के लाइट पड़ने पर उनको शौच क्रिया में खड़ा होना पड़ता था। उनको कितना कष्ट और अपमान सहना पड़ता था। उन्होंने कहा कि ऐसी माताओं-बहनों के कष्ट को केवल मोदी और योगी जैसे लोगों ने समझा है।