Political Statements On The Mangaluru Blast Case: कर्नाटक के मंगलुरु (Mangaluru) में नवंबर 2022 को ऑटो रिक्शा कूकर ब्लास्ट (Auto rickshaw Cooker Blast) मामले में दोषी पाए गए मोहम्मद शारीक को कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार (Karnataka Congress President DK Shivakumar) के क्लीन चिट (clean chit) देने पर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस का कहना है कि किसी से गलती से यह घटना हो गई थी, लेकिन भाजपा ने इस पर बवाल खड़ा कर दिया है।

पुलिस ने कहा, आरोपी का संबंध ISIS से है

दरअसल मामले में दोषी पाए गए राज्य के शिवमोगा निवासी मोहम्मद शारीक (Mohammed Shareeq) इस घटना से पहले भी एक मामले में आरोपी था। पुलिस उसे खोज रही थी। पुलिस के मुताबिक उसका नाम आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) से जुड़ा था। 19 नवंबर 2022 को जिस ऑटोरिक्शा (Auto rickshaw) में ब्लास्ट (Blast) हुआ, उसमें शारीक ही बैठा था। घटना की जांच कर रही एनआईए (NIA) के अधिकारियों के मुताबिक शारीक ही अपने साथ ले जा रहे कूकर में विस्फोटक आईईडी (IED-Improvised Explosive Device) को रखा था।

कांग्रेस बोली- यह मुंबई हमले जैसी घटना नहीं है, सिर्फ गलती है

दूसरी तरफ कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार (Karnataka Congress President DK Shivakumar) ने कहा, “वे बिना जांच के उसको आतंकी (Terrorist) कैसे कह सकते हैं? क्या यह मुंबई (Mumbai) जैसा आतंकी हमला (Terrorist) था? ऐसा कुछ नहीं है, किसी ने इसे गलती से कर दिया होगा।” उन्होंने इसे वोट की राजनीति के लिए जानबूझकर फंसाने की नियत से अपराधी घोषित करने की बात कही।

भाजपा ने किया विरोध, कहा- Vote Politics के लिए Congress ने दी क्लीन चिट

उनके इस बयान पर भाजपा (BJP) ने कड़ा विरोध किया। भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला (Shehzad Poonawala) ने कहा, “डीके शिवकुमार और कांग्रेस ने मंगलुरु विस्फोट (ऑटो रिक्शा/कुकर विस्फोट) के आरोपी के आईएसआईएस से जुड़ाव होने में क्लीन चिट दे दी। एनआईए ने जांच अपने हाथ में ले ली है, लेकिन कांग्रेस (Congress) जो हिंदू आतंकवाद (Hindu Terrorism) का लेबल लगाने में जल्दबाजी करती है, वोटबैंक के लिए इस्लामी आतंकवाद (Islamist Terror) को क्लीन चिट दे देती है!”

घटना की जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक, मंगलुरु ऑटो-रिक्शा विस्फोट मामले में आरोपी 24 वर्षीय मोहम्मद शारीक मैसूर में ‘प्रेमराज हटगी’ के नाम से फर्जी आईडी बनाकर रह रहा था। 2020 में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, और इस साल सितंबर में पुलिस उसे आतंकवाद से जुड़े एक मामले में उसकी तलाश कर रही थी।