महाराष्ट्र में चल रहे संकट के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे को गुरुवार को बहुमत साबित करने को कहा है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने पक्षपात का आरोप लगाया कहा कि राज्यपाल ने राफेल से भी तेज काम किया। आदेश देने में उन्होंने राफेल की रफ्तार को भी पीछे छोड़ दिया। ऐसा लगता है उन्हें बस इसी पल का इंतजार था।
संजय राउत ने कहा कि यह एक गैरकानूनी है। शिवसेना के 16 विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। उन्होंने कहा कि जब तक विधायकों की अयोग्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, तब तक फ्लोर टेस्ट के लिए विशेष विधानसभा सत्र आयोजित नहीं हो सकता। राउत ने कहा कि हम कानूनी तरीके से लड़ रहे हैं। आप लड़ना चाहते हैं तो सामने से लड़ें। उन्होंने कहा कि वो राज्यपाल के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन अगर ऐसे काम होगा तो हम भी चुप नहीं बैठने वाले। हम भी कुछ न कुछ तो करेंगे ही।
ध्यान रहे कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को बताया कि MVA सरकार अपना बहुमत खो चुकी है। इसके एक दिन बाद भगत सिंह कोश्यारी ने फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया। राज्यपाल ने कहा कि गुरुवार सुबह 11 बजे बुलाई जाने वाले असेंबली के सत्र का एकमात्र एजेंडा फ्लोर टेस्ट होगा। राज्य में जो स्थिति है वो परेशान करने वाली है। 39 विधायकों ने ठाकरे सरकार से बाहर निकलने की इच्छा दिखाई है। सात निर्दलीय विधायकों ने भी अपना समर्थन वापस लेते हुए एक पत्र भेजा है।
गवर्नर के फैसले के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका पर आज शाम 5 बजे सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई होगी। उधर, महाराष्ट्र में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच शिवसेना के बागी विधायक आज गुवाहाटी से सीधे गोवा शिफ्ट हो रहे हैं। गोवा में विधायकों के लिए 70 कमरे बुक किए गए हैं।
बागी विधायक गुरुवार को मुंबई के लिए उड़ान भरेंगे और सीधे महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने के लिए सदन में जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में अपने आवास पर भाजपा नेताओं की बैठक बुलाई है।