बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्तों में तल्खी पिछले ढाई सालों से चल रही है। शिवसेना लगातार बीजेपी पर निशाना साधती रहती है। वहीं बीजेपी भी शिवसेना पर तमाम तरह के आरोप लगाती रहती है। वहीं अब शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधा है। शिवसेना ने सामना के माध्यम से कहा है कि बीजेपी को केवल एक समुदाय का बलिदान ही दिखाई देता है।
शिवसेना ने सामना में लिखा, “बीजेपी को केवल एक समुदाय ,एक धर्म का बलिदान ही दिखाई देता है। ये राष्ट्र एकता के लक्षण नहीं हैं। देश के लिए बलिदान देने वालों में जितना सम्मान हिंदुओं का होता है, उतना ही मुसलमान का भी होना चाहिए। औरंगजेब का मुद्दा भी बीजेपी ने खोदकर निकाला है। ज्ञानवापी से लेकर आगरा तक नए विवाद खड़े किए गए हैं। देश की राजनीति अलग दिशा में भटक चुकी है। देश की युवा पीढ़ी किस दिशा में जा रही है, इसका कुछ अता पता नहीं है।”
वहीं शिवसेना ने सामना में पीएम मोदी पर भी निशाना साधा। शिवसेना ने लिखा, “दुनिया को मार्गदर्शन देने वाले पीएम नरेंद्र मोदी के मौन पर भी आश्चर्य होता है। राज्य को अशांत करने की केंद्र कोशिश कर रहा है। ऐसे में यह देश कैसे बचेगा? पूरी दुनिया में बेरोजगारी दर हमारे देश में सबसे अधिक है। इसका क्या? अगर हम अपने देश की राजनीति को एक दिशा नहीं दे सकते हैं, तो हम दुनिया को क्या रास्ता दिखाएंगे?”
बेरोजगारी को लेकर भी शिवसेना ने पीएम मोदी और मोदी सरकार पर निशाना साधा है। बता दें कि शनिवार को बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ही ट्वीट के माध्यम से बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था। वरुण गांधी ने ट्वीट कर बताया था कि देश में 62 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं और इन पदों के लिए जो आवंटित बजट था, वह कहां चला गया?
वहीं एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के भिवंडी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संजय राउत के लिए शरद पवार, पीएम मोदी से मिलते हैं लेकिन नवाब मलिक के लिए नहीं। क्या नवाब मलिक, संजय राउत से छोटे हैं? ओवैसी ने कहा कि बीजेपी मुगलों के ही पीछे पड़ी हुई है। यह देश मेरा, उद्धव ठाकरे और मोदी-शाह का नहीं है, बल्कि यह देश द्रविडियन और आदिवासियों का है।
