मुंबई के क्रूज ड्रग्स केस में बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई है। NDPS कोर्ट में नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो ने चार्जशीट पेश की थी, लेकिन उस चार्जशीट में आर्यन खान का नाम शामिल नहीं था। जिसके बाद अब महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप पाटिल ने कहा है कि अगर कोई बेकसूर लोगों के खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है, तो उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
समीर वानखेड़े के खिलाफ कार्रवाई: महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप पाटिल NCB के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े और एनसीबी पर हमलावर हैं। दिलीप पाटिल ने कहा, “अगर कोई किसी बेगुनाह को झूठा फंसा रहा है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मुझे लगता है कि NCB के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े ने जिस तरह से इस मामले को संभाला, उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।”
दिलीप पाटिल ने कहा कि आर्यन खान पर लगे आरोपों में कोई सच्चाई नहीं थी। इसलिए चार्जशीट से उनका नाम हटा दिया गया है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि केंद्र ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी दी है।”
आर्यन खान के खिलाफ सबूत नहीं: एनसीबी के प्रमुख एसएन प्रधान ने कहा कि आर्यन खान के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला हैं। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसएन प्रधान ने कहा कि एनसीबी की 6,000 पन्नों की चार्जशीट में 14 आरोपियों के खिलाफ ही सबूत मिले हैं, जिसमें आर्यन का नाम शामिल नहीं है।
क्या था मामला: अक्टूबर 2021 में आर्यन खान का नाम ड्रग्स पेडलर केस से जुड़ा था। उन्हें एनसीबी ने क्रूज से गिरफ्तार किया था जहां भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद होने की बात कही गई थी। इस केस के इंचार्ज एनसीबी के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े बाद में पद से हटा दिए गए थे। आर्यन खान को भी काफी समय जेल में बिताना पड़ा था जिसके बाद अब उन्हें क्लीन चिट मिल गई है।
महिलाओं पर की थी विवादित टिप्पणी: हाल ही में गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने महिलाओं पर विवादित टिप्पणी की थी। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि बेहतर विवाह और घरेलू हिंसा से बचने के लिए पुरुषों को बाहर रहना चाहिए और महिलाओं को घर का काम करना चाहिए। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ था।