महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी सरकार को लेकर बीजेपी के बड़े नेता लगातार दावे करते रहते हैं कि इतने महीनों बाद महाराष्ट्र सरकार गिर जाएगी। कई बार महाविकास आघाड़ी सरकार के नेता ही ऐसा बयान दे देते हैं कि लोगों को लगता की सरकार के नेताओं के बीच आपस में मनमुटाव है। हालांकि संजय राउत महाराष्ट्र में गठबन्धन के बीच किसी भी तरह के मनमुटाव की खबरों का खंडन करते रहते हैं।

महाराष्ट्र के वाशिम में पत्रकारों से बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने दावा किया कि जून महीने में महाराष्ट्र सरकार गिर जाएगी। उन्होंने उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि, “महा विकास अघाड़ी सरकार जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शामिल है, वो कोंकण में चक्रवातों में पेड़ों की तरह गिर जाएगा। चक्रवात सभी शाखाओं और पत्तियों को नीचे लाते हैं और इस सरकार में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, जो एक गलत शाखा पर बैठे हैं, अपना पद भी खो देंगे।”

नारायण राणे कभी शिवसेना में हुआ करते थे और बाला साहेब ठाकरे के करीबी माने जाते थे। लेकिन धीरे-धीरे शिवसेना और नारायण राणे के रिश्तों में खटास आ गई। बीजेपी और शिवसेना के बीच अलगाव 2019 में हुआ। लेकिन बीजेपी पर शिवसेना तब इतनी हमलावर नहीं रहती थी जितनी अब है। माना जाता है कि जब नारायण राणे को पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में शामिल किया, उसके बाद से ही शिवसेना बीजेपी के बीच दूरियां और बढ़ गई।

नारायण राणे को शिवसेना महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना चुकी है। 2005 में नारायण राणे ने शिवसेना छोड़ कांग्रेस जॉइन कर ली थी और फिर 2017 में कांग्रेस छोड़ खुद की पार्टी बनाई थी। हालांकि 2018 में नारायण राणे बीजेपी के समर्थन से राज्यसभा पहुंचे और अक्टूबर 2019 में राणे बीजेपी में शामिल हो गए और अपनी पार्टी का विलय भी कर दिया।

माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में राज ठाकरे और बीजेपी एक साथ आ सकतें हैं। राज ठाकरे ने लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाया जिसपर शिवसेना ने कहा कि राज ठाकरे बीजेपी की स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं। राज ठाकरे ने कुछ दिन पहले पुणे में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया था।