महाराष्ट्र के जलगांव में मुक्ताईनगर नगर परिषद के भाजपा के छह पार्षद शिवसेना में शामिल हो गए हैं, जिन्हें महाराष्ट्र राकांपा नेता एकनाथ खडसे का करीबी माना जाता है। जलगांव से नाता रखने वाले खडसे पिछले साल भाजपा से अलग होकर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में शामिल गए थे।
इससे पहले, भूमि अधिग्रहण के आरोपों को लेकर 2016 में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाले राज्य मंत्रालय से उन्हें अनौपचारिक रूप से हटा दिया गया था। महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है। राज्य के मंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को ट्वीट किया कि मुक्ताईनगर नगर परिषद के भाजपा के छह पार्षद पीयूष भागवत महाजन, मुकेश वानखेड़े, संतोष प्रल्हाद कोली, यूनुस खान, आरिफ आजाद और नूर खान मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हो गए।
राज्य मंत्री एवं शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने बृहस्पतिवार को बताया कि पार्षद अपनी मर्जी से शिवसेना में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ हमने उन पर कोई दबाव नहीं बनाया। एकनाथ खडसे का राकांपा ने स्वागत किया था और हम उनके समर्थकों का शिवसेना में स्वागत करते हैं। हमने राकांपा की टिकट पर चुनाव जीतने वाले किसी भी पार्षद को शिवसेना में शामिल नहीं किया है।’’
इधर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और राज्य में राजनीतिक स्थिति तथा कोविड-19 स्थिति से निपटने के महा विकास आघाडी सरकार के तरीके पर चर्चा की। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह बैठक बुधवार देर शाम को मुंबई में मुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास ‘वर्षा’ में हुई।
पित्त की थैली की एक सर्जरी से पवार (80) के ठीक होने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा करती है। राकांपा सूत्रों ने बताया कि राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने एमवीए सरकार के कोविड-19 प्रबंधन पर चर्चा की। सूत्रों ने बताया कि पवार ने कोविड-19 महामारी से निपटने के सरकार के तरीके और संक्रमण की दूसरी लहर को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन जैसी लगाई गई पाबंदियों के क्रियान्वयन पर संतोष जताया।