Gangster Birthday Video: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के उल्हासनगर में हत्या के प्रयास में गिरफ्तार आरोपी का पुलिस वैन में बैठ कर केक काटने का मामला सामने आया है। आरोपी को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया गया था। इस दौरान साथियों ने परिसर में ही उसका जन्मदिन मनाया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों ने मामले की जांच का आदेश दिया है। साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
दरअसल, म्हारल गांव के रहने वाले अपराधी रोशन झा को शनिवार (20 अगस्त) को आधरवाडी जेल से कल्याण कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। इस दौरान पुलिस एस्कॉर्ट वैन जैसे ही अदालत परिसर में दाखिल हुई, वहां पहले से मौजूद रोशन के कई साथी हाथ में केक लेकर पुलिस वैन के पास पहुंचे और उसे केक काटने को कहा।
पुलिस वैन की खिड़की से काटा केक: इसके बाद अपराधी ने आराम से वैन की खिड़की से बाहर हाथ निकाल कर ही केक काटा और उसके साथियों ने बाहर खड़े होकर उसे जन्मदिन विश किया। साथ ही ‘भाई का बर्थ-डे है ना’ गाने की धुन भी फोन पर बजाई। इनमें से एक सहयोगी ने पूरी घटना का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। जिसके बाद पुलिस डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया।
वीडियो वायरल होने पर एक्शन में पुलिस: वीडियो में देख सकते हैं कि वैन के अंदर कई पुलिस कांस्टेबल और पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और अपराधी को जन्मदिन मनाने दिया। इस बीच ठाणे पुलिस ने घटना की जांच का आदेश दिया है और पुलिस वैन पर काम कर रहे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश भी दिया है।
कल्याण अधरवाड़ी के जेल अधीक्षक ए सदफुले ने कहा, “आरोपी हत्या के एक मामले में धारा 307 के तहत पिछले चार साल से हमारी जेल में है। हम सुनवाई के लिए अदालत से आरोपी को भेजने के लिए सभी आदेशों और प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। यह पूरी तरह से हमारे अधिकारियों का नाम खराब करने का विचार है। कल्याण ग्रामीण पुलिस स्टेशन से एस्कॉर्ट पुलिस टीम को बुलाया गया था, और उनकी गतिविधियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी उनकी थी।”
सोशल मीडिया पर भड़के लोग: सोशल मीडिया पर आरोपी के बर्थडे सेलिब्रेशन का वीडियो वायरल होने के बाद भड़के लोगों ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए। लोगों ने पुलिस विभाग और अदालत परिसर में सुरक्ष व्यवस्था पर सवाल उठाए। एक यूजर ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए सवाल किया कि क्या यही है अमृत काल?