सात स्थानीय निकाय चुनाव क्षेत्रों में हुए हालिया दौर के चुनावों के बाद प्रमुख राजनीतिक पार्टियां महाराष्ट्र विधान परिषद में अपनी-अपनी ताकत बरकरार रखने में कामयाब रही हैं। इन चुनाव क्षेत्रों के नतीजे बुधवार को घोषित किए गए। कांग्रेस ने तीन, शिवसेना ने दो जबकि एनसीपी, भाजपा और निर्दलीय ने एक-एक सीट पर जीत हासिल करने में कामयाबी पाई। महाराष्ट्र विधान परिषद के साथ स्थानीय निकाय चुनाव क्षेत्रों में रविवार को चुनाव कराए गए थे जिसमें 15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। कांग्रेस को मुंबई की तीन सीटों, जिनके लिए चुनाव कराए गए, में से एक में जीत मिली। इसके अलावा, पार्टी धुले-नंदूरबार और कोल्हापुर में जीत हासिल करने में सफल रही। शिवसेना को मुंबई और अकोला-वाशिम-बुलढाना में एक-एक सीट पर जीत मिली, जबकि भाजपा को नागपुर सीट पर जीत हासिल हुई।
शिवसेना के रामदास कदम को 8,600 वोट जबकि कांग्रेस के अशोक उर्फ भाई जगताप को 6,400 वोट हासिल हुए। उन्होंने मुंबई की दो अलग-अलग सीटों पर जीत हासिल की। जगताप को एनसीपी के पूर्व नेता और निर्दलीय उम्मीदवार प्रसाद लाड से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा था। 230 सदस्यों वाले मुंबई नगर निगम में शिवसेना और भाजपा के कुल 119 निगम पार्षद हैं। 27 दिसंबर को हुए चुनाव में असल में सिर्फ 201 पार्षदों ने अपने वोट डाले जबकि अन्य वोटिंग से दूर रहे। नागपुर में भाजपा के गिरीश व्यास को निर्विरोध विजयी घोषित किया गया था क्योंकि उनके खिलाफ कोई प्रतिद्वंद्वी चुनाव मैदान में नहीं उतरा था। धुले-नंदूरबार में कांग्रेस के मौजूदा विधान पार्षद अमरीशभाई पटेल ने 352 वोट हासिल कर अपनी सीट बचा ली7 उन्हें भाजपा के डॉक्टर शक्तिसिंह वानी से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा था।
कोल्हापुर में पूर्व मंत्री और कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार सतेज पाटील को जीत हासिल हुई। उन्होंने मौजूदा विधान पार्षद और पार्टी से बगावत करने वाले महादेवराव महादिक को मात दी। पाटील को 220 वोट मिले। अहमदनगर में मौजूदा एनसीपी विधान पार्षद अरुण जगताप ने 243 वोटों के साथ जीत हासिल की। अकोला-वाशिम-बुलढाना में शिवसेना के मौजूदा विधान पार्षद गोपीकिशन बाजोरिया ने एनसीपी के रवींद्र सकपाल को मात दी। सोलापुर में निर्दलीय उम्मीदवार प्रशांत परिचारक, जिन्हें भाजपा का समर्थन प्राप्त था, ने जीत हासिल की। इन चुनावों में 2,622 नगर निकाय पार्षदों में से 2,585 पार्षदों ने अपने वोट डाले।