महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान (Maharashtra Political Crisis) पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया आई है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि महा विकास अघाड़ी का ये अंदरूनी मसला है और वही इसको निपटेंगे। हैदराबाद से सांसद ने दो टूक कहा कि इस पर उन्हें कुछ नहीं बोलना है। वहीं, तंज कसते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वहां पर बंदरों का नाच हो रहा है।

वहीं, न्यूज24 के डिबेट शो के दौरान जब पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र में भाजपा सरकार बना पाएगी? इस पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े ने कहा कि अभी तो मूवी रिलीज हुई है और ये बढ़िया चल रही है। एक महीना तक तो ये हाउसफुल रहेगी। भाजपा के सरकार बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसमें कई कानूनी पेंच हैं और उनका ध्यान रखना होगा।

अशोक वानखेड़े ने कहा, “सरकार तब गिरेगी जब अल्पमत में आएगी। ये लोग गुवाहाटी बैठे हैं। जब तक ये लोग मुंबई आएंगे नहीं और मामला विधानसभा के पटल तक पहुंचेगा नहीं तब तक कुछ नतीजा नहीं निकलेगा। नहीं तो ये कहानी ऐसे ही चलती रहेगी और कोई नतीजा निकलेगा नहीं।”

38 विधायकों के हस्ताक्षर के साथ बागी गुट लगातार शिवसेना पर अपका हक जता रहा है। हालांकि, अब ये लड़ाई कानूनी बनती जा रही है। वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री ने इस पर कहा, “ये कानूनी लड़ाई बनती जा रही है।” पुणे और मुंबई में शिवसैनिकों द्वारा तोड़फोड़ करने की घटना पर उन्होंने कहा कि ये शिवसेना के खिलाफ भी जा सकती है। अग्निहोत्री ने कहा कि उद्धव ठाकरे को ये सब रोकना चाहिए और संजय राउत को भी ऐसे बयान नहीं देने चाहिए।

ईडी की कार्रवाई पर उठाया सवाल: अग्निहोत्री ने कहा, “1995 में जो गलती समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने की थी वही गलती शिवसेना कर रही है और अब इस पर रोक लगनी चाहिए।” वहीं, उन्होंने एजेंसियों के इस्तेमाल पर भी सवाल उठाया और कहा कि सिलेक्टिव कार्रवाई पर भी रोक लगनी चाहिए। विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि ईडी ने 17 नेताओं के खिलाफ नोटिस दिया था।