अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या और असद के एनकाउंटर से बाद से बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी काफी डरा हुआ है। उसके भाई अफजान ने पिछले दिनों मुख्तार की हत्या की आशंका जताई थी। 29 अप्रैल को एक मामले में उसकी एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी होनी है। इससे पहले मुख्तार से होश उड़े हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि जब से मुख्तार को अतीक की हत्या की जानकारी मिली है उसके बाद से उसकी नींद उड़ गई है। ना तो रात में वह ठीक से सो रहा और ना ही उसे भूक लग रही है।

कड़ी सुरक्षा में बंद है मुख्तार

मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है। एक बैरक में अकेले ही रखा गया है। फिलहाल उसने बैरक में घूमना-फिरना भी बंद कर दिया है। किसी भी काम के लिए वह बॉडी वॉर्न कैमरों से लैस सुरक्षा कर्मियों से कहता है। जेल में भी उसकी सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पेशी के लिए भी जब जेल में बने कॉन्फ्रेंस रूम में मुख्तार अंसारी जाता है तो उस वक्त एक सुरक्षा घेरा होता है।

बता दें कि सीएम योगी उत्तर प्रदेश में माफियाराज को खत्म करने के लिए बड़ी कार्रवाई के पहले ही निर्देश दे चुके हैं। पुलिस ने 61 माफियाओं की लिस्ट तैयार की है उसमें पहला नाम मुख्तार अंसारी का ही है। मुख्तार ने 23 सितंबर 2021 को हत्या की आशंका जताते हुए कोर्ट में सुरक्षा की गुहार लगाई थी। सुनवाई के दौरान कहा था कि उसे डर है कि कहीं राज्य सरकार खाने में जहर ना मिलाकर परोस दे। उसने तब कोर्ट से अपील की थी कि उसे उच्च श्रेणी की सुविधाएं दी जाएं। मार्च 2021 में जब मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद था, तब उसकी पत्नी अफशां अंसारी ने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर अपने पति को पंजाब से यूपी लाने के दौरान उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने का आदेश देने की गुहार लगाई थी।

मुख्तार अंसारी पर मऊ दंगों के आरोप लगे थे। उसका बड़ा आपराधिक नेटर्क है। यूपी के अलावा मुंबई, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, दिल्ली और एमपी में भी नेटवर्क फैला हुआ है। उनके खिलाफ देशभर में 61 मामले दर्ज हैं। इनमें से 24 मामलों में सुनवाई चल रही है। मुख्तार अंसारी के खिलाफ 1988 में गाजीपुर कोतवाली में हत्या का पहला केस दर्ज हुआ था। मंडी परिषद की ठेकेदारी को लेकर लोकल ठेकेदार सच्चिदानंद राय की हत्या के मामले में मुख्‍तार का नाम सामने आया था। मुख्तार अंसारी पिछले 18 साल से जेल में बंद है। हालांकि जेल से अंदर से भी उसके अपराध का सिलसिला जारी है। योगी सरकार माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अब तक 448 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है।