Coronavirus: सामाजिक दूरी बनाए रखने की सरकार की सलाह को नजरअंदाज करते हुए मध्य प्रदेश में रविवार (22 मार्च, 2020) की शाम ‘जनता कर्फ्यू’ के दौरान बड़ी संख्या में लोग एक स्थान पर एकत्र हुए। कोरोना वायरस से निपटने तथा अत्यावश्यक सेवाएं देने के काम में जुटे लोगों की सराहना के लिए ये लोग जमा हुए थे। सरकार लगातार लोगों को सलाह दे रही है कि घातक वायरस को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी बनाना हर किसी के लिए आवश्यक है।
कुछ प्रत्यक्षर्दिशयों और सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो के मुताबिक बड़ी संख्या में लोगों ने दो पहिया वाहन और कार में सवार होकर रविवार शाम इंदौर के रजवाड़ा इलाके में एक रैली निकाली। रैली में हिस्सा लेने वाले लोगों के हाथों में तिरंगा था और इस नाजुक वक्त के दौरान कोरोना वायरस से लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिस और अन्य लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए इन लोगों ने घंटियां और स्टील की थालियां बजाईं।
लोगों के अचानक उमड़े हुजूम के लिए पुलिस वाले तक तैयार नहीं थे लेकिन उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए रैली में हिस्सा लेने वाले लोगों को घर लौटने को कहा तथा उन्हें सूचित किया कि बड़ी संख्या में एकत्र होना उनके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार (23 मार्च, 2020) को लोगों से लॉकडाउन का गंभीरता से पालन करने की अपील करते हुए राज्य सरकारों से कहा कि वे नियमों और कानूनों का पालन कराना सुनिश्चित करें।
Who will make them understand the importance of being at home and not on the streets to celebrate the janta curfew ?
What a shame !! #Indore#COVIDー19#JantaCurfewMarch22#JantaCurfewPledge pic.twitter.com/trfQNJPnEJ— Manish Valvani (@valvanimanish) March 22, 2020
(वीडियो इंदौर का ही है, जनसत्ता इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
मोदी ने ट्वीट किया, ‘लॉकडाउन को अब भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वे नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।’ इससे पहले ही केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के मद्देनजर राज्य सरकारों से उन करीब 80 जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं का ही परिचालन किए जाने का आदेश जारी करने को कहा है जहां कोविड-19 के पुष्ट मामले सामने आए या जहां इससे लोगों की मौत हुई है।
इनमें दिल्ली के सात जिले शामिल हैं। इससे साथ ही अंतरराज्यीय बस सेवाएं भी 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया गया है। इसके अलावा 31 मार्च तक दिल्ली मेट्रो समेत सभी मेट्रो सेवाएं भी स्थगित रहेंगी।
इन जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं का ही परिचालन किए जाने का फैसला किया गया है, उनमें दिल्ली से सेंटल, पूर्वी दिल्ली, उत्तर दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, उत्तर पूर्व दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, पश्चिम दिल्ली शामिल हैं। 80 जिलों की सूची में उत्तर प्रदेश का वाराणसी, गाजियाबाद, जीबी नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, लखनऊ शामिल है। महाराष्ट्र में अहमदनगर, औरंगाबाद, मुम्बई, नागपुर, मुम्बई उपनगरीय, पुणे, रत्नागिरि, रायगढ़, ठाणे, यवतमाल तथा केरल का अलापुझा, एर्नाकुलम, इडुकी, कन्नूर, कसारगोड, कोट्टयम, मल्लपुरम, तिरूवनंतपुरम, पथानामथिटा, त्रुसूर शामिल है।
इसमें कर्नाटक से बेंगलूर, चिकबल्लभपुर, मैसूर, कोडागू, कालबुर्गी शामिल है। गुजरात से कच्छ, राजकोट, गांधीनगर, सूरत, बड़ोदरा, अहमदाबाद तथा हरियाणा से फरीदाबाद, सोनीपत, पंचकुला, पानीपत, गुरूग्राम और हिमाचल प्रदेश से कांगड़ा शामिल है। पंजाब से होशियारपुर, एसएएस नगर, एसबीएस नगर तथा राजस्थान से भीलवाड़ा, झुंझनू, सिकर, जयपुर तथा तमिलनाडु से चेन्नई, इरोड और कांचीपुरम शामिल है । तेलंगाना से हैदराबाद, भद्राद्री कोथागुडम, मेदचई, रंगा रेड्डी, संगारेड्डी तथा उत्तराखंड से देहरादून शामिल है।
इस सूची में पश्चिम बंगाल से कोलकाता एवं उत्तरी 24 परगना, ओडिशा से खुर्दा तथा उत्तराखंड से श्रीनगर, जम्मू के अलावा चंडीगढ़ और आंध्रप्रदेश के प्रकाशम, विजयवाडा, विशाखापत्तनम शामिल हैं। (एजेंसी इनपुट)