मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन में ‘उज्जैन गौरव दिवस’ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने नशे को लेकर भी एक बयान दिया। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, “नशा नाश की जड़ है। अगर मैं नशे की बात कर रहा हूं तो भांग छोड़ के कह रहा हूं। भांग के अलावा सब नशा बेकार है और भांग तो शिव जी की बूटी है। लेकिन बाकी चाहे गोली का नशा हो या दारू का नशा हो, चाहे चरस हो या हीरोइन, ये सब बेकार है छोड़ दो।”
शिवराज सिंह ने आगे कहा कि, “मेरा बस चले और ये विश्वास हो जाए कि दारू बंद होने से नशा खत्म हो जायेगा तो 1 मिनट नहीं लगेगा इसे बंद करने में, लेकिन वो होता नहीं है। इसके लिए नशा मुक्त अभियान चलाएंगे और नशे से मुक्त करेंगे। जैसे-जैसे नशा मुक्ति अभियान आगे बढेगा, लोग नशा छोड़ेंगे और अपने आप नशे की दुकानें बंद हो जायेंगी। मैं जानता हूं थोड़ी दिक्कतें होंगी, आसानी से नहीं होगा लेकिन पहल करनी पड़ेगी।
शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम में कहा कि, “महाकाल नगरी से भिक्षावृत्ति को पूरी तरह से समाप्त करने का संकल्प लेंगे। नशे के चक्कर में छोटे बच्चों को लत लगा देते थे लेकिन उन बच्चों को इससे बाहर निकालने में हमारे अधिकारियों ने काफी मेहनत की। हम उन बच्चों के आवास की व्यवस्था करेंगे, उनके पढने-लिखने की व्यवस्था करेंगे। क्या ये सरकार भोजन-शिक्षा का इंतजाम नहीं कर सकती? हम सारे प्रयास करेंगे।
शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में भी अपराधियों के खिलाफ बुल्डोजर नीति को अपनाए हुए हैं। मध्यप्रदेश से ऐसी कई खबरें आई जिसमे अपराधियों के खिलाफ बुल्डोजर चलाने की बात थी।
बता दें कि बिहार सरकार भी नशा मुक्ति अभियान चला रही है और कई साल पहले ही प्रदेश में शराब पर पाबन्दी लगाई गई थी। हालांकि ये पूरी तरह से सफल साबित नहीं हुई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद नशे के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं। लेकिन फिर भी अवैध तरीके से शराब बिहार में बिकती है। कुछ दिन पहले ही बिहार में नकली शराब पीने से 30 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी।