Uma Bharti vs Kamal Nath: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने रविवार (11 सितंबर, 2022) को मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ा यात्रा’ में शामिल होने के निमंत्रण का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह के मजाक की आदत नहीं थी।

कमलनाथ ने शनिवार को यह टिप्पणी तब की थी जब उमा भारती ने एक दिन पहले कहा था कि कांग्रेस की इस भारत जोड़ो यात्रा पर फैसला विलंबित है और इससे राहुल या कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा।

मुझे इस तरह के मजाक की आदत नहीं: उमा भारती

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैंने एक अखबार में पढ़ा कि कमलनाथ ने मुझे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया है। यह मुझे मजाक लग रहा है। मुझे इस तरह के मजाक की आदत नहीं है।’ उन्होंने कहा कि कमलनाथ मेरे बड़े भाई हैं और उन्हें मेरा स्वभाव पता है। वह मेरे साथ ऐसा मजाक नहीं करते।

उमा भारती बोलीं- कांग्रेस के कितने पाप गिनाऊं

उमा भारती ने आगे कहा कि कांग्रेस को इस तरह की यात्रा निकालने का कोई अधिकार नहीं है। कांग्रेस के कितने पाप गिनाऊ उन्होंने धर्म,जाति, नस्ल के आधार पर देश को बांटने में कोई कसर नहीं रखी, क्योंकि वह विभाजन के लिए जिम्मेदार है और 1984 के सिख विरोधी दंगों में भी शामिल थी।

सिख विरोधी दंगे भारत के इतिहास की सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग: उमा भारती

अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिख विरोधी दंगों को भारत के इतिहास में सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का जवाब आने वाले लोकसभा के चुनाव में भारत की जनता इनको भारत छोड़ो से देगी, शायद एक भी सीट ना मिले यही इनकी करतूतों की सजा होगी।

कांग्रेस देश में आग लगाना चाहती: संबित पात्रा

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ नहीं है, बल्कि ‘भारत तोड़ो’ और ‘आग लगाओ यात्रा’ है। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस पार्टी ने ऐसा किया है। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या आप इस देश में हिंसा चाहते हैं?

बता दें, कांग्रेस की 3,570 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। जो कन्याकुमारी से शुरू हुई है और कश्मीर में समाप्त होगी।