Yogi Cabinet Expansion: लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अपनी कई रणनीति पर काम कर रही है। इसी रणनीति में पार्टी का मुख्य फोकस योगी कैबिनेट विस्तार भी शामिल है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में दो से तीन दिनों में योगी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। यूपी के इस मंत्रिमंडल विस्तार में सहयोगी दलों के विधायकों को मंत्री पद से नवाजा जा सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी को देखते को एनडीए के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) चीफ ओम प्रकाश राजभर ने राजधानी लखनऊ से बाहर के कार्यक्रम को फिलहाल कैंसिल कर दिया है।

कहा जा रहा है कि योगी कैबिनेट विस्तार में ओपी राजभर और भाजपा नेता दारा सिंह चौहान समेत जयंत चौधरी की पार्टी के एक नेता को यूपी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इसके अलावा बीजेपी से भी एक से दो चेहरे इस मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल हो सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह मंत्रिमंडल विस्तार छोटा है। जिसमें भाजपा से दारा सिंह चौहान के अलावा एक दो और चेहरे शामिल हो सकते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि ओपी राजभर सपा प्रमुख पर आरोप लगाने के बाद एनडीए में शामिल हुए थे। उनको एनडीए में शामिल हुए करीब एक साल हो चुका है, लेकिन अभी तक उनको यूपी सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया। मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर कई बार उनकी नाराजगी भी देखने को मिली है।

राजभर ने गुरुवार को कहा था कि जब तक मैं राजपाठ नहीं ले लेता जब तक मैं होली नहीं मनाऊंगा। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई भी दी थी।

हालांकि, बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व जब राजभर को दोबारा एनडीए का हिस्सा बना रहा था। उस वक्त पहली शर्त यही थी कि राजभर को तुरंत मंत्री बनाया जाएगा। मगर, सीएम योगी इसके लिए राजी नहीं थे। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने ओमप्रकाश राजभर को मुख्यमंत्री योगी से अपने संबंध ठीक करने की सलाह दी थी। यही कारण है कि 2022 के चुनाव के बाद ओपी राजभर अपने रिश्ते सीएम योगी से ठीक करने में लग गए थे। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब राजभर को कैबिनेट में शामिल करने को लेकर तैयार हो गए हैं।