चुनावी रणनीतिकार से नेता बने और जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शनिवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के गढ़ राघोपुर से चुनावी अभियान की शुरुआत की।
राघोपुर रवाना होने से पहले पटना में पत्रकारों से बातचीत में किशोर ने कहा, ‘‘सुनने में आ रहा है कि तेजस्वी यादव इस बार दो सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं। अगर उन्हें डर लग रहा है, तो दो जगह से लड़ लें। लेकिन तेजस्वी की भी हालत वही होगी जो राहुल गांधी की अमेठी में हुई।’’
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में वायनाड सीट से जीत हासिल की थी जबकि अमेठी में उन्हें पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
बिहार में किसकी बनेगी सरकार, कौन पसंदीदा CM…
प्रशांत किशोर ने कहा, “राघोपुर से अगर लड़ना है तो राघोपुर के क्षेत्र की जनता को तो हमारे पक्ष में खड़ा होना होगा और आज जो देखा है, समझा है उसे पार्टी की बैठक में रखेंगे… एक-दो दिन में पता चल जाएगा कि कौन चुनाव लड़ रहा है।”
किशोर ने यह भी कहा कि राघोपुर से मिले फीडबैक के आधार पर सबसे उपयुक्त उम्मीदवार तय किया जाएगा।
ग्रामीणों से मिले प्रशांत किशोर
राघोपुर विधानसभा क्षेत्र वैशाली जिले में पड़ता है। यहां पहुंचने पर प्रशांत किशोर का जोरदार स्वागत किया गया। समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर फूल-मालाओं से उनका अभिनंदन किया। किशोर ने राघोपुर में कई ग्रामीणों से मुलाकात की। ग्रामीणों ने उनसे शिक्षा, सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी की शिकायत की। किशोर ने लोगों से कहा, ‘‘आपका विधायक दो बार उपमुख्यमंत्री रह चुका है। क्या कभी उसने आपकी समस्याएं सुनीं?’’
भोजपुरी सिंगर पवन सिंह नहीं लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव
किशोर बोले- कड़ी चुनौती देगी जन सुराज
किशोर ने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में कड़ी चुनौती पेश करेगी और जनता इस बार जातीय वादों से ऊपर उठकर बदलाव को चुनेगी।
प्रशांत किशोर ने कहा, ‘‘राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री अशोक चौधरी और मंगल पांडे जैसे दागी नेता जनसुराज पार्टी से भयभीत हैं। अशोक चौधरी कहते हैं कि वे मानहानि का मुकदमा नहीं लड़ेंगे बल्कि जनता की अदालत में जवाब देंगे। पहले वे यह तो बताएं कि किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, हम तैयार हैं।’’
किशोर ने पार्टी की पहली सूची जारी होने के बाद असंतोष जताने वाले कार्यकर्ताओं पर कहा, ‘‘यह स्वाभाविक है। हजारों लोगों ने खून-पसीने से जनसुराज पार्टी बनाई है। विधानसभा में केवल 243 सीटें हैं, सबको टिकट देना संभव नहीं। लेकिन हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है और सबकी बात सुनी जाएगी।’’
वादा पूरा भी हो पाएगा? बिहार में तेजस्वी के सरकारी नौकरी देने के ऐलान का विश्लेषण