कृषि कानूनों की वापसी के बाद से कांग्रेस लगातार कई मुद्दों को लेकर सरकार पर हमला बोल रही है। इसी क्रम में जम्मू कश्मीर कांग्रेस ने भी कश्मीर के मामले पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख गुलाम अहमद मीर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा- जम्मू में न केवल कश्मीरी या मुसलमान बल्कि हिंदू, सिख, मुसलमान भी परेशान हैं। अगर हम एक साथ आते हैं और आवाज उठाते हैं, तो वह दिन दूर नहीं होगा जब पीएम मोदी सुबह 12 बजे कहेंगे कि उन्होंने गलती की है और वह जम्मू-कश्मीर में सब कुछ बहाल कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने इस दौरान चुनाव में हो रही देरी पर भी सवाल उठाया। मीर ने कहा- वे परिसीमन के बहाने जम्मू-कश्मीर में चुनाव में देरी क्यों कर रहे हैं? क्योंकि उनके सर्वे पूरे हो चुके हैं, उनकी खुफिया एजेंसियां उन्हें बता रही हैं कि अगर वे इस स्थिति में चुनाव में जाएंगे तो उन्हें एक वोट भी नहीं मिलेगा। इसलिए, वे देरी कर रहे हैं। मीर ने ये बातें दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के निर्णय को किसानों के बलिदान और संघर्ष का परिणाम बताया। कांग्रेस नेता ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ राहुल गांधी के “अतुलनीय मजबूत विरोध” की भी सराहना की। गुलाम अहमद मीर ने केंद्र के फैसले को किसानों और कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक जीत बताया।
इस कार्यक्रम में राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री रमन भल्ला ने कहा कि जन जागरण कार्यक्रम लोगों तक उनकी समस्याओं को उजागर करने के लिए पार्टी के महान प्रयासों में से एक है, जिसका वे केंद्र में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से सामना कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया, “भाजपा किस तरह के शासन की बात कर रही है, जिसमें आम लोगों को कुछ भी कहने या सरकार के अवांछित फैसलों और नीतियों का विरोध करने का अधिकार नहीं है”।
भल्ला ने कांग्रेस को देश में एकजुट करने वाली एकमात्र ताकत बताया, जो लोगों को सशक्त बनाने और उनकी सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। बता देंं कि कांग्रेस नेतृत्व भी कश्मीर में मोदी सरकार और उसकी नीतियों को फेल बताती रही है।