अति संवेदनशील नगरों की श्रेणी में शामिल देवबंद में सोमवार को पुलिस-प्रशासन की कड़ी चौकसी के कारण भाजपा और संघ से जुड़े हिंदू संगठन विस्थापन के मुद्दे को लेकर जागरण यात्रा नहीं निकाल सके। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पूरे देवबंद नगर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
एसडीएम भानू प्रताप यादव ने बताया है कि अर्द्ध सैनिक बलों की दो कंपनियों के साथ-साथ आठ थानों की पुलिस को संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है। भाजपाइयों ने रामपाल पुंडीर की अगुवाई में शिक्षकनगर के गेट पर पहुंचे एसडीएम को राज्यपाल राम नाईक के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा और लौट गए।
एसडीएम भानू प्रताप यादव, पुलिस उपाधीक्षक देवबंद योगेंद्र पाल सिंह, सीओ नकुड हरि प्रकाश कसाना और कोतवाल देवबंद विजय प्रकाश सिंह भाजपाइयों के शिक्षक नगर से यात्रा निकालने की सूचना पर पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। अधिकारियों ने भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि रोजा और रमजान के चलते यात्रा न निकाली जाए क्योंकि इससे शांति भंग होने की आशंका है। इसके बाद भाजपाइयों ने शिक्षकनगर के गेट पर ही एसडीएम को ज्ञापन सौंप दिया।
ज्ञापन में कहा गया है कि पश्चिमी उप्र के मुस्लिम बहुल कस्बों और इलाकों से हिंदुओं का पलायन बहुत तेजी के साथ हुआ है। कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है और पुलिस-प्रशासन का रवैया निष्पक्ष नहीं है। अखिलेश यादव सरकार की पिछले चार सालों से तुष्टिकरण की नीति जारी है। जिसके चलते सहारनपुर और मुजफ्फरनगर दंगों की मार झेल चुके है।
फरवरी में देवबंद विधानसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार रहे रामपाल पुंडीर, जिनकी अगुआई में सोमवार को सैकड़ों भाजपाई एवं संघ परिवार से जुड़े संगठनों के कार्यकर्ता शिक्षकनगर स्थित शिव मंदिर से जुलूस की शक्ल में एसडीएम कोर्ट जाने के लिए निकले थे, उनका कहना था कि पश्चिमी उप्र में हिंदुओं का अनुपात तेजी के साथ कम हो रहा है और एक समुदाय की आक्रामकता के चलते हिंदू समुदाय डरा और सहमा हुआ है। पुलिस-प्रशासन उनके साथ होेने वाले आपराधिक एवं उत्पीड़न की घटनाओं में उदासीन रहता है। ज्ञापन देने वालों में भाजपा नेता मनीष त्यागी, ठा. गजराज सिंह राणा एवं प्रवीन गोयल आदि शामिल थे।
ध्यान रहे कि हिंदू संगठन 72 हिंदू परिवारों के देवबंद नगर एवं विभिन्न मोहल्लों से पलायन की दो सूचियां जारी कर चुके हैं। प्रशासन इस मामले की गंभीरता पूर्वक जांच करा रहा है। एसडीएम भानू प्रताप यादव ने कहा कि प्रशासन किसी भी कीमत पर देवबंद क्षेत्र में शांति भंग नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि सभी को सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
पुलिस इंस्पेक्टर विजय प्रकाश ने कहा कि यात्रा निकालने वाले नेताओं का रूख सकारात्मक रहा। उन्होंने उनकी बात मानते हुए जागरण यात्रा निकालने पर जोर नहीं दिया और सभी लोग शिक्षकनगर से वापस शांति पूर्वक अपने घरों को चले गए।
उधर पूरे सहारनपुर रेंज में पुलिस और प्रशासन हाई अर्लट पर है। कमिश्नर एमपी अग्रवाल, डीआइजी डा. अशोक कुमार राघव, मंडल के तीनों जिलों सहारनपुर, शामली और मुजफ्फरनगर की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। खुफिया अधिकारियों को सक्रिय कर दिया गया है। उनसे हर पल की सूचना ली जा रही है। जिसे प्रमुख गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को भेजा जा रहा है। जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से स्थिति पर नजर रखने और कस्बों में फ्लैग मार्च निकालने के निर्देश दिए गए हैं।
(सुरेंद्र सिंघल)