हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Elections) के लिए आज (शनिवार, 12 नवंबर 2022) वोट डाले जाएंगे। लेकिन इस चुनाव में कुल उम्मीदवारों में दागी उम्मीदवारों की संख्या भी अधिक है। हिमाचल चुनाव में खड़े करीब 23 फीसदी उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इनमे कांग्रेस के उम्मीदवारों की संख्या सबसे अधिक है।

कांग्रेस के 68 उम्मीदवारों में से 36 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मुक़दमे दर्ज हैं। वहीं बीजेपी के 68 में से 12 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मुक़दमे दर्ज हैं। जबकि आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को टिकट देने में आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं रही है। प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ रही है, जिसमे उसके 12 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मुक़दमे दर्ज हैं।

हिमाचल प्रदेश में कुल 412 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 94 उम्मीदवारों के ऊपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। यानी करीब 23 फीसदी उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले हैं। ठियोग सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार राकेश सिंह पर सबसे अधिक 30 मामले दर्ज हैं। शिमला जिले में कसुमपति सीट से माकपा के उम्मीदवार कुलदीप सिंह तंवर पर 20 मामले दर्ज हैं, जबकि विक्रमादित्य सिंह पर 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं।

कांग्रेस के 90 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति

वहीं हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के करीब 90 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि सत्ताधारी भाजपा के करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या 82 प्रतिशत है। रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के 61 और भाजपा के 56 उम्मीदवार करोड़पति हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से जारी इस रिपोर्ट के अनुसार राज्य की 68 में से 67 सीट पर उम्मीदवार खड़ा करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) के 52 प्रतिशत उम्मीदवार (35) करोड़पति हैं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में वोटिंग जारी है

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 53 सीट पर चुनाव लड़ रही है और इसके 25 प्रतिशत (13) उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि माकपा के 36 प्रतिशत (चार) उम्मीदवार इस सूची में शामिल हैं। इसी तरह 45 निर्दलीय प्रत्याशी भी करोड़पति हैं। कुल मिलाकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 में 412 उम्मीदवार मैदान हैं जिनमें से 55 प्रतिशत (226) प्रत्याशी करोड़ति हैं।

करोड़पतियों की फेहरिस्त में 128 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ भाजपा के बलवीर सिंह वर्मा शीर्ष पर हैं और वह शिमला की चौपाल सीट से मैदान में हैं, जबकि शिमला (ग्रामीण) सीट से मैदान में उतरे विक्रमादित्य सिंह 101 करोड़ की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं। विक्रमादित्य पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं।