ABP News C-Voter Survey: हिमाचल प्रदेश में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। हिमाचल में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है, ऐसे में तमाम पार्टियां प्रचार-प्रसार में जुट गई हैं। इसी बीच एबीपी न्यूज ने सी-वोटर के साथ सर्वे के जरिये प्रदेश के लोगों का मूड भांपने का प्रयास किया है। इस सर्वे में लोगों से वोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पड़ेंगे या लोकल मुद्दों पर इसे लेकर भी सवाल किया गया।
एबीपी न्यूज़ ने हिमाचल प्रदेश के लोगों से बात की और उनसे सवाल पूछा कि हिमाचल में पीएम मोदी के नाम पर वोट पड़ेंगे या लोकल मुद्दों पर? इस सवाल के जवाब में 43 फीसदी लोगों ने कहा कि चुनाव में पीएम मोदी के नाम पर वोट पड़ेंगे। वहीं, 57 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इस बार चुनाव में वोट राज्य के लोकल मुद्दों पर दिए जाएंगे।
पीएम मोदी चुनावों में बड़ा फैक्टर: हिमाचल प्रदेश के चुनाव में क्या पीएम मोदी बड़ा फैक्टर होंगे? इस सवाल के जवाब में 56 फीसदी लोगों का कहना है कि वे इन चुनावों में बड़ा फैक्टर साबित होंगे जबकि 44 फीसदी लोगों को लगता है कि वो बड़ा फैक्टर नहीं होंगे। वहीं, एबीपी-सी वोटर के सर्वे में 63 फीसदी लोगों को लगता है कि भ्रष्टाचार इन चुनावों में महत्वपूर्ण मुद्दा होगा। वहीं, 37 फीसदी लोगों को लगता है कि भ्रष्टाचार महत्वपूर्ण मुद्दा नहीं होगा।
बीजेपी की सत्ता में वापसी: सर्वे के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में करीब 37 सालों का ट्रेंड बदल सकता है और बीजेपी की सत्ता में दोबारा वापसी हो सकती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, भाजपा के खाते में 38 से 46 सीटें जा सकती हैं जबकि कांग्रेस के खाते में 20 से 28 सीटें जा सकती हैं। इसी सर्वे के दौरान लोगों से यह भी पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमलों का विपक्षी पार्टियों पर उल्टा असर पड़ेगा। 57 फीसदी लोगों ने सकारात्मक जवाब दिया। जबकि 43 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे विपक्ष को कोई नुकसान नहीं होगा।
सी-वोटर सर्वे में यह भी पूछा गया कि क्या हिमाचल में AAP लड़ाई में है या नहीं? जिसके जवाब में 26% लोगों ने आप को लड़ाई में माना जबकि 74% लोगों ने कहा कि पार्टी लड़ाई में नहीं है। हिमाचल में टिकट बंटवारे के बाद बगावत का सबसे ज्यादा नुकसान किसे होगा? इसके जवाब में 61 प्रतिशत लोगों ने माना कि बीजेपी को नुकसान होगा, जबकि कांग्रेस का नुकसान 39% लोगों ने माना। हिमाचल में मुख्यमंत्री का चेहरा न होने से 51 प्रतिशत लोगों ने माना कि कांग्रेस को नुकसान होगा जबकि 49 प्रतिशत लोगों ने कहा कि नुकसान नहीं होगा।