हार्दिक पटेल के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद गुजरात का सियासी माहौल गरमा गया है। उनके इस्तीफे के साथ इस बात की भी चर्चाएं तेज हो गई हैं कि पटेल भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम सकते हैं। पाटीदार नेता की तरफ से अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आगे उनकी रणनीति क्या है, लेकिन उन्होंने ये साफ कर दिया है कि फिलहाल उनका बीजेपी में जाने का कोई इरादा नहीं है।

गुरुवार (19 मई, 2022) को अहमदाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे अभी तक बीजेपी में शामिल नहीं हुए और ना ही उन्होंने ऐसा कोई निर्णय लिया है कि वे पार्टी में शामिल हो सकते हैं। उनके इस बयान से उन चर्चाओं पर फिलहाल के लिए विराम लग गया है, जिनमें हार्दिक पटेल के बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे।

इस तरह की चर्चाओं की एक वजह शायद ये हो सकती है कि हार्दिक पटेल को कई मौकों पर बीजेपी की तारीफ करते देखा गया था। पिछले महीने उन्होंने कहा था कि राज्य में भाजपा मजबूत है क्योंकि उनके पास निर्णय लेने की क्षमता के साथ नेतृत्व है।

बता दें कि हार्दिक पटेल ने बुधवार को कांग्रेस से रिजाइन कर दिया था। इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा, “आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊंगा।”

हार्दिक पटेल काफी समय से पार्टी से नाराज बताए जा रहे थे और वे उदयपुर में हुए पार्टी चिंतन शिविर में भी शामिल नहीं हुए थे। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने बिना नाम लिए शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा और कहा कि उनमें किसी भी मुद्दे को लेकर गंभीरत की कमी है। उन्होंने कहा कि जब उनकी शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात हुई तो उनका ध्यान गुजरात के लोगों और इनकी समस्याओं से ज्यादा अपनी चीजों पर था। इतना ही नहीं, उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा और कहा कि जब देश संकट में था और पार्टी को नेतृत्व की जरूरत थी, तब हमारे नेता विदेश में थे।