पंजाब विधानसभा चुनाव जीतने के बाद आम आदमी पार्टी का आत्मविश्वास इस वक्त चरम पर है। पंजाब के बाद अब पार्टी अन्य चुनावी राज्यों पर भी अपनी नजरें जमाए हुए हैं। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात की राजधानी अहमदाबाद एक बड़ा रोड शो का आयोजन किया, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के आगे चुनौती पेश कर राज्य के लोगों को तीसरा राजनीतिक विकल्प दिया जा सकें।

जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अहमदाबाद में कई सामाजिक और राजनीतिक लोगों के साथ बंद कमरे में बैठके की हैं। 27 मार्च को केजरीवाल भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) के नेता और डीडियापाड़ा से विधायक महेश वसावा से मुलाकात की। उनकी पार्टी के पास वर्तमान में दो विधायक हैं। इस मुलाकात के बाद अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी आप के गठबंधन कर सकती है।

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता योगेश जड़वानी ने कहा कि रविवार को केजरीवाल ने दो कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के साथ कुछ सामाजिक और राजनीतिक लोगों से मुलाकात की है। हम केजरीवाल के अगले गुजरात दौरे के लिए इससे बड़ा रोड शो करने की योजना बना रहे हैं।

बैठकों से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अहमदाबाद के स्वामी नारायण मंदिर गए, जिसके अनुयायी मुख्य रूप से गुजरात की राजनीति में प्रभाव रखने वाला पाटीदार समुदाय है। वहीं, आम आदमी पार्टी की कोशिश लेउवा पाटीदार के बड़े नेता नरेश पटेल को अपनी पार्टी में लाने की है।

केजरीवाल का रोड शो: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मिलकर रोड शो किया। यह अहमदाबाद के खोडियर माता मंदिर निकोल से शुरू हुआ। इस इलाके में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर और पाटीदार समुदाय के लोग रहते हैं। निकोल वहीं इलाका है जहां पर 2015 में हार्दिक पटेल के नेतृत्व पाटीदार आंदोलन हुआ था।

गुजरात सरकार में मंत्री और प्रवक्ता जीतू वघानी ने कहा कि गुजरात सभी बहार के सभी लोगों का स्वागत करता है और केजरीवाल एक बड़े शहर के मेयर है। वहीं, कांग्रेस ने केजरीवाल को भाजपा की ‘बी’ टीम बताया।

गुजरात में आम आदमी पार्टी: आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई का गठन 2013 में किया गया था। 2021 में आप को पहली बार सफलता सूरत नगर निगम चुनाव में मिली, जब वह कांग्रेस को पछाड़कर मुख्य विपक्षी पार्टी बनी। वहीं, गाँधीनगर निगम में भी आप के पास एक पार्षद है।