Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Election 2022) में किस पार्टी का ग्राफ बढ़ा है और किस पार्टी का ग्राफ नीचे गिरा है। इसको लेकर सीएसडीएस (CSDS) के चुनाव विश्लेषक संजय कुमार अपनी राय सामने रखी है। उन्होंने कहा कि 15-20 दिनों के अंदर आम आदमी पार्टी (AAP) का ग्राफ गिरा है, जबकि भाजपा गुजरात चुनाव में नंबर एक पर है और दूसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी है।
संजय कुमार (Sanjay Kumar) ने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपने निकटतम प्रतिद्धंदी से बहुत आगे दिखाई दे रही है, लेकिन गुजरात में मतदाताओं को एक तीसरे विकल्प की तलाश है।
उन्होंने कहा कि जब चुनाव की घोषणा नहीं हुई थी, उससे भी पहले आम आदमी पार्टी के लिए लोगों में एक उत्साह था, लेकिन ज्यों-ज्यों चुनाव नजदीक आया तो लोगों को यह लगने लगा कि आम आदमी पार्टी में वो बात नहीं कि वो भारतीय जनता पार्टी को हरा सके। यही कारण है कि 15-20 दिनों में आम आदमी पार्टी में गिरावट देखी गई है।
कुमार ने कहा कि कांग्रेस जब मैदान में आई तो लोगों को लगा कि पुरानी पार्टी है और इसी को वोट देना चाहिए, क्योंकि अगर गुजरात में भाजपा को कोई पार्टी टक्कर दे रही है तो कांग्रेस ही दे रही है। कुमार ने कहा कि एंटी बीजेपी का वोट आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच बंट रहा है, जो बीजेपी के लिए काफी फायदेमंद साबित होता दिखाई दे रहा है।
भाजपा ने छेड़ा है गुजराती पहचान का मुद्दा: संजय
उन्होंने कहा कि मौजूदा गुजरात चुनाव में तीन समीकरण सामने आ रहे हैं। इस बार भाजपा केवल सुप्रशासन की बात नहीं कर रही है। कुमार ने कहा कि लोकनीति सीएसडीएस के द्वारा कराए गवर्नेंस स्टडी के परिणामों से पता चलता है कि वास्तव में आमजन में बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई को लेकर काफी चिंता है, लेकिन भाजपा द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान गुजराती पहचान का मुद्दा छेड़ा गया है। उसका मजबूत सांगठनिक ढांचा और जनाधार और भाजपा विरोधी वोटों का बंटवारा भी उसके लिए सुविधापूर्ण स्थिति बन सकती है।
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में गुजरात को शामिल नहीं किया
संजय कुमार का यह भी मानना है कि अगर आप अन्य पार्टियों के चुनाव प्रचार को देखें तो पाएंगे कि जहां आम आदमी पार्टी सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की बात कर रही है। वहीं भाजपा की रुचि उतनी गुजरात मॉडल को सामने रखकर लड़ने की उतनी नहीं है। इसके बजाए वो गुजरात अस्मिता पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की गुजराती पहचान के आधार पर वोटरों को लामबंद कर रही है और आम आदमी पार्टी को एक बाहरी पार्टी के रूप रेखांकित कर रही है। वहीं कांग्रेस को ऐसी पार्टी के रूप में पेश करती है कि जो गुजरात की उपेक्षा करती है। बता दें, राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा में गुजरात को शामिल नहीं किया है।
पीएम मोदी सभाओं में खुद को बता रहे गुजरात का बेटा
वहीं भाजपा प्रधानमंत्री मोदी को गुजरात के गौरव के रूप में सामने रख रही है तो वहीं पीएम मोदी सभाओं में खुद को गुजरात का बेटा बता रहे हैं। भाजपा को अपने पार्टीगत ढांचे और मजबूत जनाधार का भी फायदा मिल सकता है।