गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। राजनीतिक दलों की सक्रियता भी और ज्यादा बढ़ती जा रही है। इस बीच शनिवार (08 अक्टूबर, 2022) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वडोदरा में एक रैली की, जिसमें उन्होंने कहा कि उनका जन्म जन्माष्टमी के दिन हुआ था और भगवान ने कंस के वंशजों को खत्म करने का उन्हें एक विशेष कार्य सौंपा है। उनके इस बयान पर बीजेपी भड़क गई है और केजरीवाल पर पलटवार किया है।

गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि केजरीवाल ने गुजरात के लोगों को ‘कंस’ कहा और उनसे वोट भी मांग रहे, उनके जैसा झूठा नहीं देखा। उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल जैसा झूठा हमने कभी नहीं देखा। सीएम होते हुए भी झूठ फैलाते हैं। उन्होंने गुजरात के लोगों को ‘कंस’ कहा और फिर उनसे वोट मांग रहे हैं। उन्हें बोलने से पहले सोचना चाहिए।”

शनिवार को रैली में अरविंद केजरीवाल ने अपने बयान में कहा था, “मेरा जन्म कृष्ण जन्माष्टमी को हुआ था और भगवान ने मुझे कंस के वंशजों, भ्रष्टाचारियों और गुंडों को खत्म करने के लिए एक विशेष कार्य के साथ भेजा है। ईश्वर के दिए इस कार्य को हम सब पूरा करेंगे।”

बता दें कि अरविंद केजरीवाल की इस रैली से पहले बीजेपी समर्थकों ने उनके पोस्टर और बैनर फाड़ दिए थे। इतना ही नहीं कई जगह सड़कों पर केजरीवाल के पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें उन्हें टोपी लगाए हुए मुस्लिम वेश में दिखाया गया था। दरअसल, ये लोग दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के हिंदू विरोधी बयान का विरोध कर रहे थे। राजेंद्र पाल गौतम इन दिनों विवादों में घिरे हुए हैं उन पर हिंदू देवी-देवताओं का आपमान करने के आरोप लगाए जा रहे हैं।

राजेंद्र पाल गौतम कुछ समय पहले बौद्ध धर्म महासभा के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाई गई थी। जिस वक्त मंच पर यह शपथ दिलाई गई उस वक्त राजेंद्र पाल गौतम भी मंच पर मौजूद थे। कार्यक्रम का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें मंत्री की मौजूदगी में हजारों लोग राम और कृष्ण को भगवान ना मानने और कभी पूजा ना करने की शपथ ले रहे थे।