Gujarat Assembly Election: गुजरात के भाजपा नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जय नारायण व्यास ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफे के साथ ही किसी दूसरी पार्टी से जुड़ने के भी संकेत दिए। हालांकि, अभी तक उन्होंने पार्टी के नाम का खुलासा नहीं किया है। जय नारायण का कहना है कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नहीं लड़ना चाहते।
इस्तीफे की बात स्वीकारते हुए जय नारायण ने कहा कि मैं सिद्धपुर से चुनाव लड़ूंगा लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नहीं लड़ना चाहता। अगर कोई विकल्प नहीं बचा तो मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार से लड़ सकता हूं अन्यथा मैं अपनी पसंद की किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करूंगा। भाजपा नेता जय नारायण व्यास ने कहा, “यह सच है कि मैंने इस्तीफा दे दिया। पिछले कुछ समय से पाटन जिले में संगठन में बैठे लोग चुनाव लड़ने और गुटबाजी में लिप्त हैं। वे नेताओं को हटाने और बदलने के लिए एक-एक करके उन्हें निशाना बना रहे हैं।”
2007 से 2012 तक थे मंत्री: गुजरात में भाजपा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके जय नारायण व्यास के इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि वह जल्द ही कांग्रेस या फिर आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं, हालांकि उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया है। वहीं, दूसरी ओर भाजपा सूत्रों का कहना है कि अब तक उन्हें व्यास का इस्तीफा पत्र नहीं मिला है। गौरतलब है कि जय नारायण व्यास गुजरात सरकार में 2007 से लेकर 2012 तक मंत्री रहे थे।
सीआर पाटिल ने साधा निशाना: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने व्यास पर निशाना साधा है। सीआर पाटिल ने कहा कि जय नारायण व्यास 32 साल तक BJP के साथ रहे और पिछले दस सालों में दो बार चुनाव हारे। फिर भी भाजपा ने उन्हें टिकट दिया। भाजपा ने 75 साल से ज्यादा उम्र के उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने का फैसला किया है। यह उनके इस्तीफे का कारण हो सकता है।
कुछ दिन पहले जय नारायण व्यास ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी। हालांकि जयनारायण ने कहा था कि उन्होंने यह बैठक केवल एक पुस्तक के लिए की थी जो वह नर्मदा के बारे में लिख रहे थे। वहीं, कुछ समय पहले, जय नारायण व्यास ने सिद्धपुर के स्वामीनारायण मंदिर में शक्ति प्रदर्शन किया था और आरोप लगाया था कि सिद्धपुर का विकास थम गया है। स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार के करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद स्थिति और खराब हो गई है।