Gujarat Election Opinion Poll 2022: गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में अभी तीन हफ्ते का समय है, लेकिन टीवी चैनलों और ओपिनियन पोल के नतीजे सियासी दलों की धड़कनें घटाने-बढ़ाने लगे हैं। मौजूदा समय में वहां भाजपा का शासन है। विपक्षी दलों को उम्मीद है कि कई वर्षों से भाजपा को वोट देकर जिता रही जनता इस बार से सत्ता से उनको हटाकर विपक्ष को मौका देगी।
एक तरफ जहां भाजपा के सामने अपनी सत्ता को बचाने की चुनौती है तो दूसरी तरफ विपक्ष खास तौर पर कांग्रेस को वहां पर सत्ता पाने की चुनौती है। हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत के बाद पार्टी को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में जरूर गुजरात में कुछ नया देखने को मिलेगा। हालांकि रिपब्लिक टीवी चैनल के ओपिनियन पोल के मुताबिक वहां पर फिर से भाजपा को सत्ता मिलती नजर आ रही है।
टीवी चैनल के ओपिनियन पोल में जो रूझान मिल रहे हैं, उसके अनुसार गुजरात विधानसभा के कुल 182 सीटों में से भाजपा को इस बार 127-140 सीटें मिल सकती हैं। यानी स्पष्ट बहुमत के साथ फिर भाजपा सत्ता में आएगी। दूसरी तरफ कांग्रेस के खाते में केवल 24-36 सीटें ही जा रही हैं। जो पार्टी की उम्मीदों से बहुत कम हैं।
आम आदमी पार्टी को केवल 9-21 सीटें ही मिलती दिख रही है। खास बात यह है कि आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, पंजाब के सीएम और पार्टी के नेता भगवंत मान तथा अन्य वरिष्ठ नेता लगातार गुजरात में कैंप कर रहे हैं।
केजरीवाल को उम्मीद है कि गुजरात की जनता पंजाब की तरह उनको जरूर सत्ता में लाएगी और आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी। हालांकि रिपब्लिक टीवी के ओपिनियन पोल में आम आदमी पार्टी को दूर-दूर तक सत्ता मिलती नहीं दिख रही है। जबकि सीएम केजरीवाल ने राज्य में अपना पांच दिन का सबसे लंबा कार्यकाल बिताया और सौराष्ट्र और कच्छ में पार्टी का अभियान शुरू किया।
सूरत और सौराष्ट्र में आप नेता केजरीवाल ने झोंकी ताकत
सूरत के अलावा सौराष्ट्र जिलों में आप का पलड़ा भारी माना जा रहा है। ऐसे में अरविंद केजरीवाल ने इस क्षेत्र में पांच दिनों में 11 से अधिक रोड शो किए। इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा, “कोई पार्टी आकर आपसे स्कूलों के बारे में बात नहीं करती है, कोई पार्टी आपसे अस्पतालों के बारे में बात नहीं करती है, कोई पार्टी आपसे बिजली, रोजगार के बारे में बात नहीं करती है। हमारी एकमात्र पार्टी है जो रोजगार, बिजली और आपके परिवार की बात करती है।